पूर्व में वार्ड नं. 2 में संचालित हो रही थी शराब दुकान
छुरिया (दावा)। नगर पंचायत छुरिया में बहुचर्चित शासकीय शराब दुकान का ग्रामीणों के विरोध के बाद भी चंदैनीडीह में स्थानांतरण कर दिया गया है। इसके पूर्व शराब दुकान का संचालन वार्ड नं. 2 में हो रहा था। जानकारी अनुसार नगर पंचायत में भाजपा शासनकाल में नवीन शराब भी के संचालन के लिए वर्ष 2017 में वार्ड नं. 2, चिचोला मार्ग में पूर्व मंत्री रजिन्दरपाल सिंह भाटिया के छोटे भाई सतवंत सिंह भाटिया की निजी भूमि पर भवन निर्माण करा उसे शासन-प्रशासन द्वारा किराए पर लिया गया था, जिसका नगरवासियों ने विरोध किया था। से कांग्रेस ने मुद्दा बनाकर खूब भुनाया था। उसके बावजूद देशी एवं अंग्रेजी शराब दुकान का संचालन हो रहा था। किराए को लेकर शासन प्रशासन को आर्थिक भार भी पड़ रहा था, जिसे देखते हुए आबकारी विभाग द्वारा वार्ड नं. 1 चंदैनीडीह में स्थल चयन कर 10 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान कर नगर पंचायत को नवीन भवन निर्माण का जिम्मा सौंपा गया था। नगर पंचायत में टेण्डर जारी होते ही भवन निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई थी। इसकी खबर वनांचल के ग्रामीणों को मिलते ही विरोध शुरू हो गया था।
ग्रामीणों की शिकायत थी कि उक्त मार्ग से स्कूली छात्र-छात्राएं एवं ग्रामीण महिलाओं का आना-जाना लगा रहता है, जहां पर शराब भी खुलने से किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना हो सकती थी। इसी मामले को लेकर क्षेत्र के दर्जन भर गांव के ग्रामीण स्थल परिवर्तन करने विरोध प्रदर्शन करते हुए अनुविभागीय अधिकारी डोंगरगांव, तहसील कार्यालय, नगर पंचायत छुरिया पहुंचकर ज्ञापन सौंपा था, जिसके बाद लगभग दो माह तक भवन निर्माण कार्य बंद पड़ा था। उसके बाद पुलिस की सुरक्षा में भवन का निर्माण कार्य पूर्ण किया गया और 27 मई से उक्त स्थल पर नवीन शराब दुकान का संचालन शुरू हो गया है।
शराब भी के विरोध में हाईकोर्ट में दाखिल है याचिका नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नं. 1 चंदैनीडीह में नवीन शराब दुकान खोले जाने के विरोध में वनांचल क्षेत्र के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया था। शासन-प्रशासन को सैकड़ों आवेदन देने के बाद भी जब उनकी सुनवाई नहीं हुई तो ग्रामीणों ने बिलासपुर हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। गुपचुप तरीके से देर रात को भी का स्थानांतरण आबकारी विभाग के अधिकारियों का दल अचानक बुधवार रात को शराब भी छुरिया पहुंचकर वहां कार्यरत कर्मचारियों को पुरानी शराब दुकान से वहां रखी शराब की पेटियों को नई शराब भी चंदैनीडीह में ले जाने कहा गया और आनन-फानन में हमालों की व्यवस्था कर गुपचुप तरीके से देर रात तक शराब भी को स्थानांतरित कर दिया गया।