रायपुर। नवा रायपुर के 25 एकड़ क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सुविधाओं से युक्त सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाया जाएगा। इसकी क्षमता 1500 बिस्तरों की हो सकती है। इसमें निजी क्षेत्र की क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल किया जाएगा। शासन की योजनाओं के तहत यहां इलाज होगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव को स्वास्थ्य विभाग से 15 दिन में एक्शन प्लान तैयार कराने और 25 एकड़ क्षेत्र आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शासकीय व निजी क्षेत्र के कई अस्पतालों में सभी प्रकार के रोगों की चिकित्सा के लिए सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं उपलब्ध हैं, लेकिन कई बार ऐसी स्थितियां उत्पन्न होती हैं, जिसके कारण गंभीर मरीजों को एयर एंबुलेंस के जरिए अथवा अन्य माध्यमों से महानगरों में ले जाना पड़ता है।
यह प्रक्रिया खर्चीली और कष्टसाध्य तो है ही, इस दौरान गंभीर मरीजों की मृत्यु की आशंका भी बनी रहती है। इसलिए यह आवश्यक है कि राज्य में निजी क्षेत्र के राष्ट्रीय ख्याति का ऐसा अस्पताल स्थापित हो, जहां सभी प्रकार के गंभीर रोगों की चिकित्सा उपलब्ध हो सके। इस अस्पताल के बन जाने से पड़ोसी राज्यों को भी लाभ मिलेगा।
मल्टी आर्गन ट्रांसप्लांट की रहेगी सुविधा
इस अस्पताल में मल्टी आर्गन ट्रांसप्लांट की सुविधा के साथ ही विभिन्न प्रकार की मल्टी सुपर स्पेशियलिटी सुविधाओं की व्यवस्था का प्रविधान किया जाएगा। यहां 50 प्रतिशत मरीजों का इलाज डा. खूबचंद बघेल योजना अथवा आयुष्मान भारत योजना के तहत किया जाएगा। अस्पताल की स्थापना और रखरखाव पर होने वाले वार्षिक व्यय की न्यूनतम राशि की मांग शासन से की जा सकती है।