नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना को फ्लॉप कहना गांव गरीब किसान व मजदूरों का अपमान
डोंगरगढ़ – कांग्रेश द्वारा आम सहमति के साथ शराब पर प्रतिबंध लगाने की बात घोषणा पत्र में कही गई थी. न की पूर्णतः शराबबंदी की. इस पर सरकार बनते ही कार्य प्रारंभ कर दिया गया है.उक्त आशय के विचार व्यक्त करते हुए वरिष्ठ नेता भवानी बहादुर सिंह ने कहा है कि प्रदेशवासियों से किए गए अधिकांश वादों को ढाई साल में ही पूरा करने वाली भूपेश बघेल की सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाने वाले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय पहले देश में भाजपा शासित प्रदेशों में शराबबंदी की दिशा में पहल करने की कोशिश तो करें. उसके बाद प्रदेश में शराब बंदी सहित सरकार के वादा खिलाफी को लेकर बयान बाजी करें.
श्री भवानी ने श्री साय के नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना पर दिए गए बयान पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा है कि इस योजना से प्रदेश के गोधन की सुरक्षा व भोजन व्यवस्था मजबूत हुई है. जिस योजना से प्रदेश के लाखों बेरोजगारों को रोजगार मिला हो जिस योजना के माध्यम से किसान आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा हो. उस योजना को फ्लॉप कहना गरीब मजदूर किसान बेरोजगार सहित उन लाखों महिलाओं का अपमान है जो इस योजना से जुड़ कर परिवार के लिए आर्थिक जीविकोपार्जन कर रही है. यदि डॉक्टर रमन ने अपने 15 वर्ष के कार्यकाल में गांव गरीब किसान व मजदूरों की चिंता की होती तो दो तिहाई से भी अधिक बहुमत से कांग्रेश को जनता सत्ता में नहीं लाती. श्री साय प्रदेश में भाजपा के विलुप्त होने की चिंता करें.कांग्रेश तो देश वासियों के मन में बसी है.