राजनांदगांव (दावा)। गुरुवार को एक यात्री आटो में अपना जेवरात से भरा बैग भूल गया था। आटो चालक द्वारा ईमानदारी की मिशाल पेश करते हुए दो लाख रुपए से भरी जेवरातों की थैली लौटाकर ईमानदारी की मिशाल पेश की है। आटो चालक ने बिना नियत खराब किए कोतवाली थाना में स्वयं जाकर थैली को जमा किया। मिली जानकारी के मुताबिक चंद्रपुर से जितेन्द्र देशमुख नामक व्यक्ति अपनी बेटी को लेकर राजनांदगांव रेलवे स्टेशन में उतरा। गुरुवार सुबह घर जाने के लिए देशमुख एक आटो में सवार हो गए। स्टेशन से आटो चालक ने उन्हें बस स्टैंड ले जाकर छोड़ दिया। उसके बाद वह दूसरी सवारी लेने के लिए निकल पड़ा, तब तक जितेन्द्र देशमुख को यह आभास नहीं हुआ कि जेवरात से भरी थैली आटो में ही छूट गई है। जब बेटी के साथ सोमनी तक देशमुख बस में सवार होकर पहुंचे, तब उन्हें थैली नहीं होने की जानकारी मिली।
ममता नगर का निवासी है आटो चालक
जितेन्द्र देशमुख ने सीधे कोतवाली थाना में संपर्क किया और घटना की विस्तृत जानकारी दी। इससे पहले ही आटो चालक देवेश सिंह स्वयं थैली जमा करने के लिए कोतवाली थाना पहुंच गया। थैली में लाखों रुपए के जेवरात लेकर पहुंचे आटो चालक की ईमानदारी को देखकर कोतवाली पुलिस गदगद हो गई। आटो चालक शहर के ममता नगर का निवासी है। बताया जा रहा है कि कोतवाली थाना प्रभारी विरेन्द्र चतुर्वेदी और दूसरे स्टॉफ ने आटो चालक को खूब शाबासी दी। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी श्री चतुर्वेदी ने बताया कि आटो चालक ने अच्छे नागरिक होने के साथ-साथ ईमानदारी का भी परिचय दिया है। इस बीच थैली गंवा चुके देशमुख थाना पहुंचे। इस संबंध में देशमुख और उसकी बेटी एक-दूसरे के पास थैली होने के भ्रम में थे।