राजनांदगांव (दावा)। शहर सहित जिले में कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट नहीं है। कोविड-19 की तीसरी लहर की तैयारी को देखते हुए जिला प्रशासन की कोई तैयारी नजर नहीं आ रही है, जिसका खामियाजा आने वाले समय में लोगों को भुगतना पड़ सकता है, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश सदस्य परवेज अहमद पप्पू ने कहा है कि नागपुर में तीसरी लहर की दस्तक के चलते करोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, जिसे लेकर जिला प्रशासन बाघनदी सहित राजनांदगांव के बॉर्डर को सील करें और पहले और दूसरे चरण के दौरान कोविड-19 मरीजों के लिए तैयार किए गए अस्पताल को पुन: सुचारू रूप से तैयार किया जाए। अस्पताल में कोरोना मरीजों के लिए बेड, ऑक्सीजन और दवाई भरपूर मात्रा में एकत्र किया जाए, जिस प्रकार से शहरों लोगों की भीड़ त्योहारों को लेकर भीड़ उमड़ रही है। गांवों से लोग शहर आ रहे और आवाजाही कर रहे हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है, कि एक भी कोरोना मरीज मिला तो भारी नुकसान का सामना जिला प्रशासन को करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार कोविड-19 को लेकर सतर्कता बरतते हुए है लेकिन वहीं जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोई पहल नहीं किया जा रहा है, कोरोना कॉल कि पहले और दूसरे चरण में लोगों की आर्थिक स्थिति वह मानसिक स्थिति बहुत ही ज्यादा खराब हो गया था, लेकिन तीसरे चरण को लेकर लोगों के ऊपर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है, शहर सहित जिलों में आज भी लोग मास्क, सेनीटाइजर व सोशल डिस्टेंसिंग को भूल रहे हैं। कोरोना काल के समय जिला प्रशासन के द्वारा इन्हीं नियमों का पालन करने के लिए लोगों को अवगत कराते थे, लेकिन अब शायद जिला प्रशासन इन सब चीजों को नजर अंदाज करते हुए शहर सहित जिलों में जिस प्रकार से लोगों की भीड़ उमड़ रहा है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है।