Home छत्तीसगढ़ विकास को तरसता छुरिया महाविद्यालय

विकास को तरसता छुरिया महाविद्यालय

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शासकीय रानी सूर्यमुखी देवी महाविद्यालय के साइंस विभाग में एक भी प्रोफेसर नहीं

राजनांदगांव जिले से सटे वनांचल ब्लाक छुरिया में किसी न किसी कमी के चलते हमेशा सुर्खियों में रहा है। वर्तमान में खुज्जी विधायक छन्नी साहू के प्रयास से प्रथम वर्ष की कक्षाओं के सीटों में जरूर वृद्धि हुई है लेकिन यह काफी नहीं है। शासकीय रानी सूर्यमुखी देवी महाविद्यालय छुरिया में लगभग एक हजार के आस – पास विद्यार्थी अध्ययन के लिए दूर से आते हैं । प्रति वर्ष लगभग तीन सौ विद्यार्थी अध्ययन कर महाविद्यालय से निकल जाते हैं। लेकिन पीजी की कक्षाओं के अभाव में मात्र 5 प्रतिशत विद्यार्थी ही पीजी कर पातें हैं। बाकी 95% विद्यार्थी अपनी पढ़ाई छोड़ चुके होते हैं। महाविद्यालय में 2017 में एन सी सी की शुरुआत हुई थी लेकिन प्रोफेसर की कमी से महज तीन साल में ही अब बन्द होने की कगार पर है। और तो और मजबूरन उम्र दराज प्रोफेसर के हाथों में एन सी सी की जिम्मेदारी सौंप दी गई। इसके अलावा जिस विषय पर रेगुलर प्रोफेसर है उन विषय पर एम ए और एमकाम की मांग हुई लेकिन अब तक पुरी नहीं हुई। अब छुरिया क्षेत्र के विद्यार्थियों को डोंगरगढ़, डोंगरगांव और राजनांदगांव के भरोसे पीजी करना पड़ रहा है।

थोथा चना बाजे घना अभाविप नगर मंत्री मुकेश मंडावी
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छुरिया के नगर मंत्री मुकेश मंडावी ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के कार्यों को थोथा चना बाजे घना बताया। और कहा कि छुरिया क्षेत्र के जनप्रतिनिधि शिक्षा के विकास को छोड़ अपनी राजनीति चमकाने में लगे हुए हैं। और बताया कि महाविद्यालय छुरिया के विज्ञान विभाग में एक भी नियमित प्रोफेसर नहीं है और हिंदी को छोंड दे तो कोई पीजी की कक्षाएं नहीं, छुरिया महाविद्यालय में पीजी कक्षाओं की मांग पिछले 4 सालों से कि जा रही है। और तो और एनसीसी के लिए उम्रदराज प्रोफेसर को जिम्मेदारी मिली है । अब वह भी एन सीसी से अपना हाथ खड़ा कर रहा है। अगर महाविद्यालय छुरिया में नया प्रोफेसर नहीं आया तो एन सीसी को बन्द होते देर नहीं लगेगी। साथ ही छुरिया महाविद्यालय में बांड्री वाल नहीं है जिसके कारण शराबी लोग कभी महाविद्यालय कैंपस में बैठकर शराब पीते नजर आते हैं। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि अगर महाविद्यालय की विकास के बारे में सोचते तो अभी स्थिति किसी दूसरे कालेज से बेहतर होती।
शासकीय रानी सूर्यमुखी देवी कालेज ब्लाक का एकमात्र कालेज है जहां लगभग एक हजार विद्यार्थी अध्ययन रत हैं। इसके बावजूद हिंदी के अलावा और कोई भी विषय में पीजी नहीं है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं दूसरे कालेजों की बात करें तो डोंगरगढ़ ब्लाक में तीन महाविद्यालय है एलबी नगर, रामा टोला और डोंगरगढ़ में जिसमे प्रत्येक कालेज में एक से ज्यादा विषय में पीजी है। वहीं डोंगरगांव में दस से ज्यादा विषय में पीजी है। चौकी महाविद्यालय में भी पांच से ज्यादा विषय में पीजी की कक्षाएं है। वहीं पीजी की सुविधाएं छुरिया क्षेत्र के विद्यार्थियों को नहीं मिल पाती जिसके कारण बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़ दे रहें हैं। जनप्रतिनिधियों को इस पर विचार करने की आवश्यकता है।

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