पाटेहकोरा के पास खेत में जा घुसी कार, मवेशी के साथ चालक हुआ फरार
छुरिया (दावा)। चिचोला पुलिस चौकी क्षेत्र में आसपास के गांवों से मवेशियों को गाडिय़ों में भरकर कट्टीपार ले जाने क्षेत्रीय लोग की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता। इन्हीं के चलते रात में मवेशियों को भरकर महाराष्ट्र की ओर ले जाया जा रहा है। इसका खुलासा एक सफारी वाहन के खेत में घुसने से हुआ है, जिसमें मवेशी भरे गए थे।
जानकारी के अनुसार बीती रात करीब एक बजे मवेशी लेकर ब्लैक कलर की वीआईपी सफारी डेकोर क्रमांक एमएच 43 आर 2925 पाटेकोहरा आरटीओ चेक पोस्ट के पीछे की सडक़ से गुजर रही थी, जिसका अज्ञात लोगों ने पीछा किया। सफारी वाहन चालक ने पीछा छुड़ाने के चक्कर में भगाते हुए नियंत्रण खो बैठा और धान फसल को रौंदते हुए वाहन खेत में जा घुसा। आनन फानन में वाहन को छोडक़र चालक फरार हो गया है। मौके की स्थिति को देखने से लगता है कि खेत में घुसे सफारी कार को रात में ही निकालने के लिए प्रयास किया गया, लेकिन जमीन गीली और सडक़ से नीचे होने के कारण उसे वहीं छोडक़र भागना पड़ा। कार का शीशा पर किसी भारी पत्थर से मारने के कारण टूटा मिला। कार में भरे मवेशियों को निकाल कर सुरक्षित जगह में छिपाकर रखा गया होगा, क्योंकि खाली वाहन को तेजी से भगाने की जरूरत नहीं हो सकती। क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया कि इसी कार से कुछ माह से रोजाना रात में अलग-अलग रास्तों से आते-जाते देखा जा रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि पाटेकोहरा निवासी परमानंद पडोटी की जमीन में चैनराम पिता कार्तिकराम उम्र 50 वर्ष के खेत की फसल उक्त वाहन के कारण चौपट हो गई है। यह कार चिचोला पुलिस की पकड़ से अब तक कैसे दूर है, इसे लेकर चर्चा सरगर्म है। कुछ माह पूर्व लालबहादुर नगर निवासी यदु परिवार की चार नग भैंस गायब हो गई थी, जिसका अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। चिचोला चौकी से महज दो किलोमीटर की दूरी पर पाटेकोहरा में खेत पर जा घुसी ब्लैक कलर की सफारी कार, जिसमें मवेशी भरे होने की पुष्टि हो रही है। कार के पीछे की सीट को निकालकर मवेशियों को भरा गया था, जिसकी पुष्टि कार के अंदर गोबर मल मूत्र से हो रही है।
इस बारे में पुलिस चौकी चिचोला के प्रभारी आरएस सेंगर का कहना है कि मौके पर डायल 112 की टीम पहुंची थी। किसानों ने कहा कि गाड़ी मालिक के आने के बाद गाड़ी को खेत से निकाल देंगे।