राजनांदगांव(दावा)। जिले के कई क्षेत्रों में पीडब्लयूडी, एडीबी, प्रधानमंत्री ग्राम सडक़ योजना के तहत कई जगहों पर सडक़ों का निर्माण हो रहा है। निर्माण कार्यों में ठेकेदारों द्वारा जमकर अंधेरगर्दी करते हुए चोरी के मुरुम का इस्तेमाल किया जा रहा है। बावजूद इसके खनिज विभाग द्वारा चोरी की मुरुम इस्तेमाल करने वालों पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जानकारी के अनुसार जिले में कुछ छोटे व कुछ बड़े प्रोजेक्ट में सडक़ों का निर्माण हो रहा है। सडक़ों के निर्माण में बेस के लिए जो मुरुम डाला जा रहा है। इसका ठेकेदारों द्वारा खदान का लीज ही नहीं कराया गया है। बिना लीज के ही खदानों से सैंकड़ों ट्रिप मुरुम निकाल कर सडक़ों के निर्माण में खपाया जा रहा है। ठेकेदारों के इस मनमानी से राज्य सरकार को डीएमएफ मद में करोड़ों का नुकसान हो रहा है। बावजूद इसके खनिज अमला नींद में है।
सरकारी से लेकर निजी कार्यों के लिए चोरी
जानकारी के अनुसार जिले में कई जगहों पर सडक़ सहित अन्य निर्माण कार्य चल रहा है। इन कार्यों में ठेकेदारों द्वारा अवैध रुप से मुरुम खनन कर उपयोग किया जा रहा है। कई जगहों पर कुछ निजी बड़े प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। इन जगहों पर भी चोरी के मुरुम का उपयोग हो रहा है।
जानकारी के अनुसार ठेकेदार द्वारा सडक़ निर्माण के लिए कई जगहों से बिना लीज के खदानों से चोरी की मुरुम का इस्तेमाल किया जा रहा है। ठेकादारों द्वारा बिना रायल्टी पर्ची के मुरुम निकासी कर डीएमएफ मद का लाखों रुपए का चूना लगा रहा है। बावजूद इसके खनिज विभाग को इन क्षेत्रों में झांकने की फुर्सत नहीं है।
बिना परमिशन व लीज के अवैध खनन
खनिज विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में मुरुम निकासी के लिए वर्तमान में कहीं से भी लीज नहीं लिया गया है। इससे जाहिर होता है कि जहां से भी मुरुम की निकासी हो रही है, वह अवैध है और ठेकेदार चोरी की मुरुम का सडक़ों के निर्माण में इस्तेमाल कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार ठेकेदार कुछ जगहों के पंचायत प्रतिनिधियों से सेटिंग कर बिना रायल्टी पर्ची के गांवों से मुरुम निकाल रहे हैं, जबकि यह अवैध है। जब तक खनिज विभाग रायल्टी पर्ची जारी नहीं करता, वह अवैध ही माना जाएगा। बावजूद इसके खनिज विभाग द्वारा कहीं पर भी जांच करने गंभीरता नहीं दिखा रहा है।
अवैध रूप से मुरुम का खनन हो रहा होगा तो इसकी जांच की जाएगी। जांच में इस तरह का मामला सामने आने पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- सुभाष साहू, खनिज निरीक्षक राजनांदगांव