डोंगरगांव(दावा)। पिनकापार-खुज्जी-डोंगरगाँव मार्ग के निर्माण में मुआवजा व अवैध उत्खनन की गति को लेकर पहले ही काफी विवाद रहा है. वहीं अब ठेकेदार व निर्माण एजेंसी के अधिकारियों पर पैसे लेकर निर्माणाधीन सडक़ व ड्रेनेज का दिशा बदलने का आरोप लग रहा है. इसकी पुष्टि समीपस्थ ग्राम नादिया व अन्य ग्रामों में देखने को मिल रहा है, जहाँ पूर्व से निर्धारित सेन्टर लाईन को धता बताकर मनमर्जी से निर्माण कार्य को मूर्त रूप देने में लगे हैं, जिसकी शिकायत पीडि़तों ने बीते दिनों डोंगरगाँव साहू समाज के कार्यक्रम मेें आये गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से की है.
ग्रामीणों ने बताया कि शासन के व्दार उक्त सडक़ का निर्माण किया जा रहा है. जिसके सीमांकन व चिन्हांकन की कार्यवाही उपरांत मुआवजा का वितरण किया गया था. निर्माण के संदर्भ में ग्रामीणों ने बताया कि मार्ग के मध्य से दोनों ओर कुल 18 मीटर जिसमें एक-एक मीटर का ड्रेनेज शामिल है का निर्माण किया जाना है परन्तु उनके ग्राम में नाली को जानबूझकर एक ओर बढ़ाकर सर्पाकार बनाया जा रहा है. इसके पीछे ग्राम के प्रतिष्ठित व दबंगों के अधिग्रहित मकानों को ठेकेदार बचाने में लगे हैं.
अधिकारी व ठेकेदार झाड़ रहे हैं पल्ला
गृहमंत्री से शिकायत करने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि ठेकेदार के व्दारा सांठगांठ कर उनके मकान के नींव को भारी मशीनों से खोद दिया गया है जिसकी शिकायत बार-बार अधिकारियों से की गई है परन्तु कोई भी जिम्मेदार इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहा है. वहीं मिडिया से दखल के बाद ठेकेदार ने मौके पर जाकर देखने व समस्या के समाधान की बात कही थी किन्तु दो दिवस बीतने के बाद भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं अलबत्ता बेतरतीब निर्माण कार्य लगातार जारी है. इस संदर्भ में एसडीएम हितेश पिस्दा से मोबाईल में संपर्क किया गया, किन्तु उनका मोबाईल नो रिप्लाई रहा.