छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र तीन दिन में ही समाप्त हो गया. वैसे तो पहले दिन दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित हो गया था। दूसरे और तीसरे दिन केवल हंगामा होते रहा। हालांकि इस बीच अनुपूरक बजट पारित होने के साथ 5 विधेयकों को हरी झंडी मिल गई। विधानसभा अध्यक्ष ने आज दोपहर बाद सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने की घोषणा कर दी। वैसे पूर्व घोषित कार्यक्रम के मुताबिक सत्र पांच दिन का होना था। चूंकि 20 दिसंबर को निकाय चुनाव के लिए मतदान है और अधिकांश नेताओं को यहां जिम्मा मिला हुआ है इसमें कांग्रेस व भाजपा दोनों शामिल हैं। सत्र यदि आगे चलता तो इन्हे यहां समय दे पाना मुश्किल होता इसलिए माना जा रहा है कि निकाय चुनाव इफेक्ट के चलते अधिकांश नेता सत्र में सक्रिय भागीदारी नहीं निभा पा रहे थे और चर्चा भी हो रही थी कि सत्र समय से पहले खत्म हो जायेगा और हुआ भी ऐसा ही।