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दिवंगत राजा देवव्रत सिंह का कमल विलास पैलेस सील

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उदयपुर की घटना से घबराए प्रशासन ने राजमहल को किया सील
खैरागढ़(दावा)।
बीते गुरूवार 30 दिसंबर को उदयपुर पैलेस में घटी शर्मनाक घटना के बाद प्रशासन ने दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह के निज निवास उदयपुर स्थित पैलेस व खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस को सील कर दिया है. बताया जा रहा है कि उदयपुर में बलवा, शासकीय संपत्ति को हानि, तोडफ़ोड़ व फसाद के बाद कानून व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से निवारक कानून के तहत दोनों पैलेस को बंद करने की सहमति बनी है, इसके लिये देवव्रत सिंह के दोनों बच्चों क्रमश: शताक्षी सिंह व आर्यव्रत सिंह तथा उनकी पत्नी विभा सिंह से प्रशासन ने सहमति ली है, लेकिन कमल विलास पैलेस को सील करने के दौरान स्व.देवव्रत सिंह की बहन आकांक्षा सिंह सोनी ने लिखित में आवेदन देकर आपत्ति दर्ज की है, वहीं जबलपुर से उनकी एक और बहन स्मृति सिंह भार्गव ने भी दूरभाष पर पैलेस बंद करने को लेकर आपत्ति दर्ज की है, लेकिन प्रशासन ने बहरहाल आपत्तियों को नजर अंदाज कर दोनों पैलेस को सील कर दिया है.

प्रशासन ने उदयपुर व खैरागढ़ में स्थित पैलेस को सील करने दोपहर बाद कार्यवाही शुरू की. शाम होने से पहले तकरीबन 4 बजे उदयपुर व खैरागढ़ में प्रशासन के अधिकारी अपने अमले के साथ पुलिस सुरक्षा के साथ और दोनों पैलेस को सील करने की कार्यवाही शुरू की, जो देर शाम तक चली. उदयपुर में गंडई तहसीलदार त्रिभुवन वर्मा की अगुवाई में पैलेस को सील किया गया. यहां छुईखदान टीआई रामेश्वर देशमुख सहित पुलिस के जवान व प्रशासनिक अमला मौजूद था, वहीं खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस को सील करने एसडीएम लवकेश धु्रव के आदेश के बाद तहसीलदार प्रीतम कुमार साहू, नायब तहसीलदार मनीषा देवांगन, नगर पालिका की उपअभियंता दीपाली तंबोली सहित प्रशासनिक अमला व पुलिस की टीम में डीएसपी नासिर बाठी, टीआई राजेश कुमार साहू सहित पुलिस के अधिकारी-कर्मचारी तैनात रहे. वैसे तो शांतिपूर्ण ढंग से दोनों पैलेस को सील कर दिया गया, लेकिन खैरागढ़ में दिवंगत देवव्रत सिंह की बहनों की ओर से आपत्ति आयी है.

पैलेस को सील करने पर बहनों ने जताई आपत्ति
खैरागढ़ स्थित कमल विलास पैलेस को सील करने के दौरान दिवंगत देवव्रत सिंह की छोटी बहन आकांक्षी सिंह सोनी ने लिखित में अपनी आपत्ति दर्ज कराई है, वहीं उनकी मंझली बहन जबलपुर निवासी स्मृति सिंह भार्गव ने दूरभाष पर प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. लिखित आवेदन में श्रीमती आकांक्षा सिंह सोनी ने अपनी कृषि भूमि से संबंधित दस्तावेज पेश करते हुये आपत्ति दर्ज की है कि उनकी कृषि भूमि से लगी हुई कुछ भूखंड पर कमल विलास पैलेस स्थित है और पैलेस के एक कमरे का उपयोग वह कृषि कार्यों के लिये करती आ रही हैं, वहीं पैलेस के परिसर का उपयोग भी वह कृषि यंत्रों, ट्रैक्टर आदि रखने के लिये करती आ रही हैं और कृषि कार्य के लिये वे स्वयं तथा उनके मजदूर यहां आवागमन करते हैं. पैलेस के सील होने के बाद श्रीमती सोनी ने कृषि कार्य बाधित होने व गंभीर संकट उत्पन्न होने का हवाला दिया है. आकांक्षा सोनी ने आपत्ति दर्ज कराई कि बिना किसी अल्टीमेटम के आखिर हमारे रूम को क्यों सील किया जा रहा है? पैलेस में हमारी भी हिस्सेदारी है। प्रशासन को समय से पहले हमें सूचना देनी चाहिए थी, ताकि हमारे कमरे में रखे आवश्यक सामग्री को यथा स्थान सुरक्षित ले जा सकते, लेकिन प्रशासन ने इस तरह का रवैया अपनाकर ठीक नहीं किया है। आकांक्षा सोनी का आरोप है कि प्रशासन वैसे भी शाम को पांच बजे पैलेस को सील करने के लिए पहुंचा, जो उचित समय नहीं है।

सहमति के बाद महल को सील करने की कार्यवाही
उदयपुर व खैरागढ़ स्थित राज परिवार के महल को बंद करने को लेकर कानून व्यवस्था के साथ ही दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह की पुत्री शताक्षी सिंह व उनकी पत्नी विभा सिंह की सहमति भी मिली है. खैरागढ़ थाने में शताक्षी सिंह ने लिखित में कानून व्यवस्था बिगडऩे व सुरक्षा कारणों को लेकर आवेदन दिया है, वहीं विभा सिंह ने भी पूर्व में पैलेस सील करने अपनी सहमति दी है, जिसके बाद पुलिस ने कानून व्यवस्था भंग होने की शंका के चलते धारा 145 का इश्तगासा पेश किया है. उसके बाद छुईखदान एसडीएम सुनील शर्मा व खैरागढ़ एसडीएम लवकेश धु्रव के आदेश पर धारा 145 व 146 की निहित शक्तियों का उपयोग करते हुये दोनों पैलेस को सील किया गया है.

पंचायत को बनाया उदयपुर निवास का रिसीवर
थाना प्रभारी छुईखदान द्वारा उदयपुर पैलेस, ग्राम उदयपुर, तहसील छुईखदान के सम्बंध में सुश्री शताक्षी सिंह, श्रीमती उज्ज्वला सिंह, श्रीमती स्मृति सिंह भार्गव, श्रीमती आकांक्षा सिंह एवं श्रीमती विभा सिंह के मध्य कब्जे के सम्बंध में विवाद की सूचना तथा उक्त विवाद के कारण शांति भंग होने की संभावना सम्बंधी इस्तेगासा एसडीएम गंडई छुईखदान को दी गयी, जिसके आधार पर एसडीएम द्वारा सीआरपीसी 1973 की सुसंगत धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है एवं कब्जे के सम्बंध में विवाद के विनिश्चय तक पैलेस को कुर्क किया जाकर ग्राम पंचायत उदयपुर को रिसीवर नियुक्त किया गया है। इसी तरह कमल विलास पैलेस खैरागढ़ के प्रकरण के सम्बंध में कार्यवाही करते हुए एसडीएम खैरागढ़ द्वारा नगर पालिका परिषद खैरागढ़ को रिसीवर नियुक्त किया गया है।

क्या कहते हैं अधिकारी ?
एसडीएम लवकेश ध्रुव का कहना है कि पुलिस प्रकरण दर्ज हुआ है. इस्तेगासा प्राप्त हुआ है. शांति भंग न हो निवारक कानून के आधार पर यह कार्यवाही की गई. हमने पहले से सूचना दे दी थी. जिनको भी आपत्ति है, वे न्यायालय में मामला पेश करें, समस्या का निराकरण हो जाएगा. विवाद की स्थिति बनी हुई है. उदयपुर की घटना को हम यहां दोहराना नहीं चाहते. वहां सरकारी संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है.
यहां भी जानमाल की हानि निर्मित हो सकती है, जिसे देखते हुए एहतियात के तौर पर यह कार्यवाही की गई है. जैसे ही मामला सामान्य हो जाएगा, वैसे ही हम पूर्ववत रख देंगे.

देवव्रत के बच्चों के सपोर्ट में सीएम
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज खैरागढ़ के स्व. विधायक देवव्रत सिंह के पुत्र-पुत्री से सौजन्य भेंट कर उन्हें संबल प्रदान करते हुए कहा कि यद्यपि जीवन में पिता की कमी कोई पूरी नहीं कर सकता, परंतु एक अभिभावक के रूप में वह हमेशा उनके हितों की रक्षा के लिए उपलब्ध रहेंगे।

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