राजनांदगांव(दावा)। जिले के सुदूर वनांचल स्थित नक्सल प्रभावित मदनवाड़ा क्षेत्र में लंबे अंतराल के बाद नक्सलियों ने अपनी उपस्थिति का एहसास कराना शुरू कर दिया है। माओवादियों ने पुलिस का मुखबीर होने के संदेह में मंगलवार की रात एक आदिवासी युवक को पीट-पीट कर मौत के घाट उतार दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मंगलवार की रात में मदनवाड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम कलवड़ में नक्सलियों ने एक युवक की डंडे और हाथ मुक्के से पिटाई कर उसे मौत के घाट उतार दिया। मृतक का नाम रामजी पिता कुल्ला राम गावड़े उम्र 30 साल निवासी कलवर है। वह रात में अपने घर पर सोया था, तभी कुछ सशस्त्र नक्सली उसके घर पहुंचे और उसे घर से बाहर निकालकर कांकेर रोड स्थित घुड़पाल ग्राम कच्चे रोड के नाला के पास ले गये। उसके बाद नक्सलियों ने पुलिस मुखबीरी के शक पर लाठी-डंडे से पिटाई कर मौत की नींद सुला दी। इस वारदात के दौरान मृतक के घर वाले भी मौजूद थे, किंतु नक्सलियों के सामने उनकी एक न चली।
लंबे समय से टारगेट में था मृतक
बताया जाता है कि नक्सली मृतक पर लंबे समय से नजर रखे हुए थे और उसे मारने के लिए मौके की फिराक में थे। इस नक्सली वारदात के बाद से गांव में मातम पसरा हुआ है। पुलिस ने जुर्म दर्ज कर नक्सलियों के क्षेत्र में सर्चिंग तेज कर दी है। ज्ञात हो कि हाल ही में तीन जिलों के पुलिस फोर्स की नक्स्ल विरोधी अॢभयान चलाने के लिए संयुक्त रूप से बैठक भी हुई थी, जिसमें रणनीति बनाई गई थी, किंतु उसके पहले ही नक्सलियों ने अपनी करतूतों को अंजाम देना शुरू कर दिया है। आज ही आईजी दुर्ग ने पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर नक्सलियों के खिलाफ अभियान में तेजी लाने की बात कही है। वहीं इसके पहले जिले के नए पुलिस कप्तान संतोष सिंह ने भी अपना पदभार ग्रहण करने के उपरांत नक्सली गतिविधियों के खिलाफ अभियान में तेजी लाने की बात कही थी।