केन्द्रीय मंत्री ने पीएचई के ईई पांडे को लगाई फटकार
राजनांदगांव(दावा)। केंद्रीय राज्य मंत्री भानुप्रताप सिंह ने शुक्रवार को जिला पंचायत में केन्द्रीय योजनाओं की समीक्षा बैठक में सोमनी क्षेत्र के २४ गांवों को पानी पहुंचाने के लिए बनाई गई धीरी प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार का मामला उठने पर उनहोंने पीएचई राजनांदगांव के ईई एसएन पांडे को जमकर फटकार लगाई और कहा कि धीरी प्रोजेक्ट की जांच कराई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि हमें बताएं पैसा कहां नहीं मिल रहा, हम केंद्र से दिलाएंगे। दो दिनों के प्रवास पर राजनांदगांव पहुंचे केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में केंद्रीय योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने अधिकारियों को साफ कहा है कि केंद्र की सारी योजनाओं का लाभ हर गरीब को मिलना चाहिए। बैठक में सांसद सतोष पांडेय, कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा समेत तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। जिले में नल जल जीवन योजना के तहत चल रहे धीरी प्रोजेक्ट की जांच होगी। इस बात की घोषणा खुद की है। वो 2 दिन के दौरे पर इन दिनों राजनांदगांव आए हुए हैं। इस दौरान ही उन्होंने इसकी घोषणा की है। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा है कि हमें बताएं केंद्र सरकार की यदि किस योजना का पैसा नहीं मिल रहा है तो हम उसे केंद्र से दिलवाएंगे।
३३० गांवों को पानी पहुंचाने ४६८ करोड़ का प्रोजेक्ट
बैठक में सांसद प्रतिनिधि एवं पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भरत वर्मा ने कहा कि केन्द्र सरकार की योजनाओं का समुचित तरीके से जिले में क्रियान्वयन नहीं हो रहा है, जिसके कारण लोगों को योजनाओं का सही लाभ नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने बैठक में धीरी प्रोजेक्ट में करोड़ों रूपयों का बंदरबाट किए जाने का आरोप लगाया और कहा कि लगातार शिकायतों के बावजूद इस मामले में दोषी अधिकारी-कर्मचारियों पर प्रशासन और जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। श्री वर्मा ने केन्द्र सरकार की नल जल जीवन योजना के तहत मोंगरा बैराज से ७५ किमी. दूरस्थ ग्राम ठेलकाडीह तक ३३० गांवों में पानी पहुंचाने के लिए पीएचई द्वारा ४६८ करोड़ रूपए का प्रोजेक्ट तैयार किए जाने पर भी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि इस प्रोजेक्ट को सिर्फ शासकीय राशि का बंदरबाट करने के लिए तैयार किया गया है, क्योंकि मोंगरा बैराज डाऊन में और ठेलकाडीह अप में है, इसलिए नीचे से ऊपर की ओर पानी का बहाव संभव नहीं है। श्री वर्मा ने यह भी कहा कि मोंगरा बैराज को किसानों सहित ग्रामीणों को पानी उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया है। बैराज की इतनी जल भराव क्षमता नहीं है कि उससे ३३० गांवों को पानी दिया जा सके। श्री वर्मा की बातों का खुज्जी विधायक श्रीमती छन्नी साहू विधायक प्रतिनधि एकनाथ सिन्हा ने भी समर्थन करते हुए कहा कि मोंगरा बैराज से ठेलकाडीह ऊंचाई पर है, इसलिए वहां तक पानी पहुंचाना असंभव है और यह प्रोजेक्ट फर्जी है।
ढोडिय़ा में मंत्री के सामने खुल गई पीएचई की पोल
बैठक में जनप्रतिनिधियों द्वारा पीएचई के कार्यों में गड़बड़ी और शासकीय राशि के बंदरबाट की शिकायतों के बाद केन्द्रीय मंत्री श्री वर्मा ने पीएचई के ईई श्री पांडे से पूछा कि आपके विभाग द्वारा कौन-कौन से गांवों में नल जल जीवन योजना के तहत काम पूरा करा लिया गया है, जिस पर श्री पांडे ने राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम पार्रीखुर्द और ढोडिय़ा का जिक्र किया। फिर मंत्री जी ने पूछा कि कौन सा गांव यहां से पास पड़ेगा, श्री पांडे ने कहा- ढोडिय़ा पास पड़ेगा। इसके बाद मंत्री जी कार्यों का भौतिक सत्यापन करने अधिकारियों को लेकर ग्राम ढोडिय़ा पहुंचे। वहां उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा की, जिस पर कई लोगों ने मंत्री जी को बताया कि नल जल जीवन योजना के तहत पाईप लाईन बिछाने का काम अधूरा है। १५ दिनों से नलों से पानी नहीं आ रहा है और उन्हें हैंडपंप और कुएं के पानी से काम चलाना पड़ रहा है। मौके पर काम की पोल खुलते देख जिले के प्रशासनिक अफसर भी हैरत में पड़ गए।
सांसद ने लोकसभा में उठाया था मुद्दा
धीरी प्रोजेक्ट में गड़बड़ी का मामला सामने आने के बाद सांसद संतोष पांडेय ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया था। मगर अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सांसद श्री पांडेय ने बैठक में कहा कि धीरी प्रोजेक्ट में भारी भ्रष्टाचार को लेकर तमाम जनप्रतिनिधि लगातार शिकायतें करते आ रहे हैं, किंतु राज्य शासन और जिला प्रशासन द्वारा दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने कहा कि धीरी प्रोजेक्ट के तहत ग्राम इंदावानी में महज डेढ़ फुट की गहराई में पाईप लाईन बिछाने की पुष्टि जांच में हो चुकी है। इसके बावजूद पीएचई के किसी भी अधिकारी या ईजीनियर, सबइंजीनियर पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।