डोंगरगढ़ (दावा)। केन्द्रीय विद्यालय की 14 साल की छात्रा के हत्या मामले का राज खुल गया है। उसकी हत्या उसके ही गांव के एक युवक ने की थी। आरोपी ने नाबालिग को इसलिए मार दिया, क्योंकि उसने बात करना बंद कर दिया था। इसी के चलते युवक ने पूरी वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया। फिर मौका मिलते ही लडक़ी को स्कूल से घर छोडऩे के बहाने ले गया और जंगल में चाकू से उसका गला काट दिया। पुलिस ने आरोपी को तीसरे दिन कलमना नागपुर से गिरफ्तार किया है। मामला मोहारा चौकी क्षेत्र का है। डोंगरगढ़ इलाके की रहने वाली 9वीं की छात्रा 19 जुलाई को सुबह रोज की तरह स्कूल गई थी। मगर अपने समय अनुसार दोपहर को 2.40 बजे तक घर नहीं लौटी थी। इसके बाद उसके परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला था। इस पर उसके परिजनों ने लडक़ी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की जांच
शव मिलने के बाद पुलिस ने आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की थी। इस पर पुलिस को सीसीटीवी कैमरे में लडक़ी एक युवक के साथ बाइक से जाती नजर आई थी। इस प्रकार पुलिस ने इस केस में 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे व डीव्हीआर की जांच की थी। पुलिस की जांच में यह पता चला कि घटना के दिन पहाड़ी के पास एक युवक संदिग्ध हालत में देखा गया था। इस पर पुलिस ने उस लडक़े बारे में पता लगाया, पुलिस को यह भी पता चला कि वह युवक लडक़ी के ही गांव का रहने वाला था। सीसीटीवी कैमरे में दिखे युवक के हुलिए से उसका मिलान किया गया। उसमें भी दोनों युवक एक ही निकले।
ये पता चलने के बाद पुलिस ने उसके गांव में दबिश दी। जिसके बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी युवक घर पर नहीं है। पुलिस ने युवक की पहचान छबील कुर्रे (22 वर्ष) के रूप में की थी। घरवालों से पूछताछ में पता चला छबील कुर्रे इन दिनों नागपुर में रहता था, वह घर ही नहीं आया है। यहीं से पुलिस को उस पर शक हुआ। इस मामले में पुलिस ने फिर से छबील का नंबर ट्रेस करना शुरू किया। जांच में पता चला था कि वह कुछ दिन पहले डोंगरगढ़ के आस-पास भी देखा गया है। लोकेशन ट्रेस करने पर उसका लोकेशन नागपुर मिला। इसके बाद पुलिस की एक टीम को नागपुर भेजा गया और उसे कलमना नागपुर से गिरफ्तार कर लिया गया।
शुरुआती पूछताछ में छबील ने पहले तो पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन बाद में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने बताया कि मैं भी यहीं रहकर पढ़ता था। तब मेरी छात्रा से अच्छी बात होती थी, लेकिन कोरोना के दौरान मैे काम के चक्कर में नागपुर चला गया। इस दौरान उसने मुझसे बात करना ही बंद कर दिया था। इसी बात मैं दुखी थी। मैंने वापस आते ही प्लान बना लिया था कि मैं उसकी हत्या कर दूंगा। इसके लिए मैंने 5 दिन पहले ही बाइक चोरी की थी। फिर मैं जब यहां डोंगरगढ़ आया तो मैंने उसे घर छोडऩे के बहाने स्कूल के बाहर से बाइक में बिठाया था। जंगल की तरफ भी ले गया तो उसने विरोध किया। वहीं जंगल में ले जाकर मैंने उसकी हत्या की। आरोपी ने बताया कि वारदात के बाद उसने बाइक को भी झाड़ी में छिपाया था। इसके बाद वह झाड़ी से पैदल ही नीचे आया और वहां से उसने नागपुर के लिए बस पकड़ी। फिर वहां से नागपुर चला गया था। आरोपी ने युवती से रेप की बात से इंकार किया है।
डंगोरा डैम की पहाड़ी में मिला था लडक़ी का शव
पुलिस इस केस में जांच कर रही थी। इस बीच गुरुवार को पुलिस को सूचना मिली कि डोंगरगढ़ के आगे डंगोरा डैम की पहाडिय़ों में एक लडक़ी की लाश है। उसने भी स्कूल ड्रेस पहना हुआ है। ये पता चलने पर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। जांच करने पर पुलिस को पता चला कि वही लडक़ी है जो 19 जुलाई से लापता है।
छात्रा से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई
इस मामले में शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने लडक़ी के साथ रेप की आशंका जताई थी। हालांकि अब एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने रेस्ट हाउस में पत्रकार वार्ता में बताया कि हमने सीमेर रिपोर्ट रायपुर भेजी है। रिपोर्ट में यदि रेप की पुष्टि होगी तो वो धाराएं जोड़ी जाएंगी। अभी छात्रा से दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस ने शनिवार को पूरे मामले का खुलासा किया है। पुलिस अधीक्षक प्रफुल ठाकुर ने नेतृत्व में विशेष टीम में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी कृष्ण कुमार पटेल एवं निरीक्षक सुरेंद्र कुमार स्वर्णकार, उपनिरीक्षक राधा बोरकर, सहायक उपनिरीक्षक द्वारिका प्रसाद, साइबर सेल प्रभारी अनिल शुक्ला, हेमंत साहू, अवध किशोर साहू, मनीष मानिकपुरी, मनीष वर्मा, आदित्य सिंह, मनोज खुटे सहित अन्य अधिकारी शामिल थे. गठित विशेष टीम के अतिरिक्त अधिकारी/कमचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।