उक्त व्यवसायी के दुकान में काम कर चुका था आरोपी… व्यापारी की रेकी कर साथियों के साथ बनाई थी लूट की योजना
राजनांदगांव। लालबाग निवासी एक व्यवसायी को 1 जुलाई की रात सिंधु भवन के पास उनके हाथो रूपये से भरे बैग को छीनने की कोशिश पर कामयाब नहीं होने पर लोहे के राड व किसी धारदार औजार से वार कर घायल करने वाले आरोपी पुलिस द्वारा दबोच लिए गये। हालांकि इस घटना में आरोपियों तक पहुंचने में 20-22 दिन का समय जरूर लगा है लेकिन नये एसपी की जबरदस्त कार्य प्रणाली के चलते आरोपियों को हथियार डालना ही पड़ा है। लालबाग निवासी व्यवसायी संजय गनशानी पर घातक वार करने वाले डलेश्वर उर्फ राजा (रायपुर), रूप सिंह मंडावी (बालोद) व दीनदयाल नगर अटल आवास राजनांदगांव निवासी करण मानिकपुरी को पुलिस ने अंतत: धर-दबोचा। बता दे कि लालबाग निवासी संजय गनवानी को 1 जुलाई की रात तकरीबन नौ बजे अपनी दुकान बंद कर दिन भर की बिक्री का पैसा बैग में रख कर घर आते समय सिंधु भवन के पास दो अज्ञात लोगों ने रूपये छीनने का प्रयास किया। संजय द्वारा बैग में भरे रूपये नहीं देने पर आरोपियों ने उस पर लोहे की राड व किसी धारदार हथियार से घातक वार कर दिया जिससे संजय को गंभीर चोटे आई थी। उसे मशक्कत से बचाया गया।
बसंतपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज
घटना के सम्बंध में संजय के भाई जितेन्द्र ने अगले दिन बसंतपुर थाने में रिपोर्ट दर्जँ कराई जिस पर तत्काल एक्शन लेते हुए एस.पी. प्रफुल्ल ठाकुर के निर्देशन में ए.एस.पी. संजय महादेवा व सीएसपी गौरव राय के मार्ग दर्शन सहित बसंतपुर थाना प्रभारी सनत सोनवानी के नेतृत्व में आरोपियों की जबरदस्त रूप से खोजबीन प्रारंभ कर दिया गया था। पुलिस द्वारा इस कार्य में घटना के आसपास के सीसीटीवी फूटेज को भी खंगाला गया तथा संजय गनशानी के दुकान के आसपास आरोपी के पतासाजी हेतु सायबर टीम के माध्यम से तकनीकी सहायत से डेटा एनालिसिस की गई। इससे दीन दयाल नगर (चिखली) के आवास कालोनी से रहने वाला करण पिता हीरामन मानिकपुरी (25 साल) पर पुलिस को संदेह होते ही उसे हिरासत में लेकर पुछताछ की गई तो उसने पूरा राज उगल दिया। उसने बताया कि उन्होंने अपने साथी रूपेश मंडावी व डलेश्वर उर्फ राजा के साथ उक्त घटना को अंजाम दिया। उनकी नीयत व्यापारी से रूपये से भरा बैग लूटना था लेकिन व्यापारी द्वारा बैग नहीं छीनने देने पर उन लोगों ने उस पर हत्या की नीयत से लोहे की राड व धारदार हथियार से वार किया गया।
रेकी करते थे आरोपी
बताया जाता है कि डलेश्वर राजा संजय गणशानी की दुकान पर काम कर चुका है। उसे मालूम था कि संजय रोजाना के कलेक्शन को बैग में भर कर अपने घर ले जाता है। सो उसने अपने साथियों के साथ लूट की योजना बनाई। उक्त हेतु घटना के एक माह पूर्व अपने साथी रूपेश के साथ संजय की दुकान से लालबाग सिंधी कालोनी के उनके घर तक रेकी भी की। घटना को अंजाम देने के सम्बंध में कांन्फ्रेस काल के माध्यम से आरोपियों ने बाते की व 1 जुलाई के दिन तय किया। घटना के दिन 19 वर्षीय रूपेश मंडावी अपने ग्राम रेंगाडबरी थाना मगंचुवा (बालोद) से स्पलेन्डर क्र्र. सीजी 06 एच. 3288 में रात के तकरीबन 8 बजे राजनांदगांव आया और डलेश्वर तथा करण के साथ तीनों मिलकर सहकारी बैंक के सामने ओवर ब्रिज के नीचे बैठकर योजना बनाई। 1 जुलाई की रात लगभग नौ बजे जैसे ही संजय गनथानी अपने दुकान से घर जाने के लिए सफेद रंग की एक्टिवा में निकला जिसकी सूचना पहले से ताक में रहे डलेश्वर ने मोबाइल से रूपेश को दी। जैसे ही संजय अपनी एक्टीवा से सिंधु भवन के पास पहुंचा पहले से मौजुद करण व रूपेश ने उसका रास्ता रोक कर राड व चाकू से हमला किया व बैग को छीनने का प्रयास किया। यह तो गनीमत है कि हो-हल्ला होते ही आसपास के लोग वहां दौड़ पड़े। इससे आरोपियों को भागजाना पड़ा। उपयुक्त घटना के सम्बंध में एसपी प्रफुल ठाकूर द्वारा बताया गया कि आरोपी रूपेश व करण दोनों साले-बहनोई है जो पहले दीनदयाल नगर के अटल आवास में रहते थे। ये 376 के मामले में बाल गृह में भी थे तथा डोंगरगांव में लट के मामले में भी फंसे थे। इनका डलेश्वर के साथ मिलकर संजय गनशानी को लूटना था। लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाए। आरोपियों के पास से घटना में प्रयुक्त औजार व मोटर सायकल जब्त कर लिए गये है। उन्हें न्यायालय में पेश कर रिमांड में तीनों को जेल की सीखचों के पीछे भेज दिया जाएगा। एसपी श्री ठाकुर ने बताया कि शहर में शाम के समय पुलिसिया गस्त की और भी बढ़ाया जाएगा ताकि इस तरह की घटना की फिर से पुनरावृत्ति हो सके।