परिवार के द्वारा की गई शिकायत झूठी
राजनांदगांव (दावा)। दो दिन पूर्व 28 अगस्त 22 को प्रार्थी रमेश वर्मा ने अपने भतीजे मोनीष वर्मा पिता स्व. किशोर वर्मा उम्र 22 साल निवासी बुधवारीपारा वार्ड नं. 15 डोंगरगढ़ के घर से कही बिना बताये चले जाने की जानकारी थाना में दी। जिस पर थाना डोंगरगढ़ में गुम इंसान क्रमांक 84/22 दर्ज किया गया। इसी घटना क्रम में रमेश वर्मा ने मोनिष वर्मा के अपहरण संबंधी एक लिखित शिकायत मीडिया कर्मियों के साथ पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव में दिया था। गुम इंसान तथा शिकायत की जांच प्रक्रिया साथ-साथ थाना डोंगरगढ़ से की जा रही थी। मोनिष वर्मा के रिस्तेदारों, परिचितों, मित्रों तथा उसको जानने वाले सभी लोगों से पूछताछ की गयी। मोनिष वर्मा के घर तथा उसके उठने बैठने के संभावित जगहों पर भी पतासाजी की गई। मोनिष वर्मा के द्वारा चलाये जा रहे 5 मोबाईल नंबर से सायबर सेल से सीडीआर व टावर लोकेशन की भी जांच की गई जिसमें सभी नंबर बंद थे।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मोनिष वर्मा के तलाश के हरसंभव प्रयास किये गये, उसके बड़े पिता के द्वारा दिये गये शिकायत जांच के संबंध में भी थाना क्षेत्र के संदेहियों से भी पूछताछ की गई। आज दिनांक 31 अगस्त को मोनिष वर्मा स्वत: अपने बड़े पिता रमेश वर्मा तथा अपने अन्य परिवारजनों के साथ थाना उपस्थित होकर अपने कथन में बताया कि व्यक्तिगत कारणों से विगत कुछ दिनों से घर में किसी को बिना बताये रायपुर में अपने दोस्त विजय नागपुरे के यहां होटल डॉउन टाउन (रेल्वे स्टेशन के पास) रायपुर में रह रहा था और आज अपने बड़े पिता रमेश वर्मा को फोन कर थाना आ गया। मोनिष ने बताया कि उसके साथ किसी प्रकार की अपराधिक घटना नहीं हुई है। गुम इंसान की जांच उपरांत विधिवत दस्तयाबी की गयी। मोनिष मूलत: डोंगरगढ़ का रहने वाला है, कक्षा 12 वीं तक की पढ़ाई किया है, उसके बताये अनुसार शेयर मार्केट में ट्रेडिंग व ऑनलाईन गेमिंग का काम करता है। उसके बड़े पिता रमेश वर्मा द्वारा एक अन्य शिकायत 24 अगस्त 22 को ऑनलाईन गेमिंग के द्वारा मोनिष वर्मा के द्वारा छह करोड़ रूपये जीतना व मेरे मेहनताना नहीं देने के संबंध में जुम्मन खान, गिरिश जैन, सुजीत पाठक के खिलाफ दिया गया है, उसमें डोंगरगढ़ पुलिस द्वारा जांच की जा रही है।