रायपुर। छत्तीसगढ़ की प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधियों ने राहुल गांधी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित किया है। इसके साथ ही पीसीसी ने कांग्रेस के भावी अध्यक्ष को प्रदेश अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और एआईसीसी में प्रतिनिधि नियुक्त करने का अधिकार भी सौंप दिया है। पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में हुई बैठक में दोनों ही प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुए हैं।
बैठक के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर फिर से राहुल जी आरुढ़ हों इसके लिए मैंने प्रस्ताव किया। मोहन मरकाम जी ने, टीएस सिंहदेव जी ने, डॉ. चरणदास महंत जी ने, डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम जी ने, डॉ. शिव डहरिया जी ने इसका समर्थन किया है। मोहन मरकाम जी न एआईसीसी डेलीगेट का, प्रदेश अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और कार्यकारिणी के गठन के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को अधिकृत करने का प्रस्ताव पेश किया। इसका समर्थन मैंने, टीएस सिंहदेव जी ने और अन्य साथियों ने किया। दोनों प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित कर दिए गए। उन्होंने कहा, अध्यक्ष मोहन मरकाम को यह जिम्मेदारी दी गई है कि इस प्रस्ताव को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्वाचन अधिकारी मधुसूदन मिस्त्री तक पहुंचाएं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से आया है। छत्तीसगढ़ दूसरा राज्य है जहां से ऐसा प्रस्ताव जा रहा है। संभव है कि एक-दो दिनों में दूसरी प्रदेश इकाइयों से भी ऐसा प्रस्ताव आए। अगर ऐसा आता है तो राहुल गांधी जी को अध्यक्ष पद संभालने पर विचार करना चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया 22 सितम्बर से शुरू हो रही है। उसी दिन से नामांकन पत्र मिलने लगेंगे। 24 सितम्बर से नामांकन शुरू होगा। अध्यक्ष चुनाव के लिए 30 सितम्बर तक नामांकन दाखिल किया जा सकता है। अगर एक से अधिक व्यक्तियों ने नामांकन किया तो चुनाव की नौबत आएगी। इसके लिए 17 अक्टूबर को मतदान की तिथि तय की गई है। मतगणना 19 अक्टूबर को होगा। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव अधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने पिछले दिनों स्पष्ट किया था, कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में इस प्रस्ताव का कोई असर नहीं होगा। जो भी अगले अध्यक्ष आएंगे, वह जो भी होगा, एक्स, वाई, जेड इससे उसको एक सहूलियत होगी।
कई उम्मीदवार हुए तो हर राज्य में चुनाव
मधुसूदन मिस्त्री ने बताया था, अगर एक से ज्यादा कैंडिडेट होंगे, तो देश के सभी राज्यों के अंदर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के ऑफिस में वोटिंग होगी। इसके लिए वोटरों को आइडेंटिटी कार्ड जारी किए गए हैं। मतदान के लिए आइडेंटिटी कार्ड साथ में लेकर आना होगा। जिनके पहचान पत्र पर फोटो लगा है, उन्हें आधार कार्ड लाने की जरूरत नहीं है। जिन्होंने फोटो नहीं भेजे और उनका कार्ड तैयार हो गया है, उनको पहचान पत्र के साथ आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा।