राजनंादगांव (दावा)। किसान नेता अशोक चौधरी ने कहा की धान की फसल में खरपतवार नाशक रसायनिक क्रिया एवं रसायनिक खाद यूरिया छिडक़ाव का समय बीत गया है। किसान भाईयों को ज्ञात हो कि धान की फसल में खरपतवार नाशक दवाई का प्रयोग धान बुआई के 30 से 35 दिन के अंदर किया जाना चाहिए एवं यूरिया का छिडकाव फसल की बुवाई के 70 दिन के पहले किया जाना चाहिए। उसके बाद छीटने वाला खाद का कोई लाभ फसल को नहीं मिलता है। इसी तरह 35 दिन के बाद खरपतवार नाशक छिडक़ाव करने से फसल को नुकसान होता है। कई किसान भाई अज्ञानता वश अभी भी खरपतवार नाशक दवाई का प्रयोग कर रहे हैं, वह गलत है। इससे फसल उत्पादन प्रभावित होगा ,कृषि वैज्ञानिक का कहना साफ है कि अब केवल नींदाई गुडाई के माध्यम से ही खरपतवार को निकाला जाए।
अशोक चौधरी ने आगे बताया कि इस वर्ष धान की फसल अच्छी है, लेकिन पानी की अधिकता होने के कारण मूंग, उड़द एवं सोयाबीन की फसल में विपरीत प्रभाव पड़ा है अब अगर आगे पानी और गिरता है तो किसानों को इन फसलों से हाथ धोना पड़ सकता है। छत्तीसगढ़ शासन को सोयाबीन, उड़द, मूंग की फसल बोने वाले किसानों की चिंता करनी चाहिए और उन्हें राहत के तौर पर राशि प्रदान करना चाहिए।