राजनांदगांव(दावा)। उधारी का 5 हजार रूपये न देनी पड़े इसलिए आरक्षक के मित्र ने ही उसकी नृशंस हत्या कर डाली। आरक्षक की हत्या कर उसकी लाश को उसी की ही कार में रखकर छुपाने के उद्देश्य से ग्राम ठेकवा मोड़ पर रोड किनारे झाडिय़ों में फेंक दिया। लोगों द्वारा देखे जाने उपरांत क्षेत्र में हडक़म्प मच जाने से ग्राम कोटवार प्रहलाद मानिकपुरी द्वारा सोमनी थाने में रिपोर्ट लिखायी गई। तब सोमनी पुलिस तत्काल हरकत में आई। इस संबंध में सोमनी थाना प्रभारी विनय सिंह बघेल द्वारा सर्वप्रथम अपने आला अधिकारियों को सूचना दिये जाने उपरांत एसपी प्रफुल्ल सिंह ठाकुर के निर्देशन में ए.एस.पी. संजय महादेवा व सीएसपी गौरव राय के पर्यवेक्षण में थाना सोमनी, थाना कोतवाली व चीता स्कवार्ड सहित सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित कर आरोपियों की खोजबीन शुरू कर दी गई। एसपी श्री ठाकुर द्वारा घटना स्थल पर पहुंच कर मौका मुआयना किया गया तथा मातहतों को आरोपियों की खोज के लिए आवश्यक निर्देश दिये गये। अंतत: पुलिस की सतर्कता व 24 घंटे की अथक मेहनत रंग लाई। पुलिस ने मृतक आरक्षक संतोष यादव पिता देवनारायण यादव (40 साल) निवासी पुलिस लाइन राजनांदगांव जो कि रक्षित केन्द्र के मोटर प्रतिपालन विभाग में कार्यरत था की पहचान कर 24 घंटे के अंदर उक्त अंधे कत्ल के हत्यारे को पकड़ लिया।
एसपी ने किया मामले का खुलासा
पुलिस रक्षित केन्द्र के आरक्षक संतोष यादव की हुई हत्या के आरोपी के पकड़े जाने उपरांत एस.पी. प्रफुल्ल ठाकुर द्वारा प्रेसवार्ता आयोजित कर बताया गया कि मुखबीर द्वारा सूचना मिलने पर आरोपी को धरदबोचा गया। इसके पहले घटना की पतासाजी हेतु शहर एवं टोल प्लाजा तथा अन्य स्थानों के सीसी टीवी फुटेज को खंगला गया तब कही जाकर आरोपी की पहचान हुई। आरोपी दानिश खान द्वारा घटना की रात्रि में मृतक को कार में बैठाते हुए देखे जाने के उपरांत उसकी घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया गया।
एसपी श्री ठाकुर ने बताया कि आरोपी दानिश खान पहले भी किसी मामले में जेल की सजा काट चुका है। उसे मृतक आरक्षक संतोष यादव द्वारा पूर्व में कोर्ट में न्यायालयीन कार्य के लिए 5 हजार रूपये उधारी में दिया था जिसकी मांग आरक्षक संतोष यादव द्वारा किया गया। बताया गया कि आरोपी दानिश के साथ आरक्षक संतोष के रेवाडीह चौक में मिलने पर दोनों ने शराब का सेवन किया। प्राय: संतोष द्वारा अपनी उधारी की रकम हेतु तकादा किये जाने से कुपित दानिश खान उसकी मोबाइल चार्जर के केबल वायर उसके गले में कसकर उसकी हत्या कर दी। बताया जाता है कि हत्या के पूर्व दोनों मृतक के कार से शीला थीजन स्कूल ममता नगर के पास आए वहां दोनों ने फिर शराब पी। दोनों नशे में थे इस दौरान आरक्षक संतोष द्वारा पैसा वापिसी की बात फिर से दुहराए जाने से दोनों में बहस हो गई। इस दौरान कार की अगली सीट में बैठे संतोष का पिछले सीट में बैठे दानिश ने चार्जर वायर से उसकी गला घौट कर हत्या कर दी। उसके बाद मृतक को बाजू सीट में बैठाकर ठेकवा तिराहा मार्ग सोमनी में ले जाकर उसे झाड़ी में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी के निशान देही पर हत्या में प्रयुक्त चार्जर केबल वायर तथा मृतक के रंग का पर्स व कार को जब्त कर लिया गया।