राजनांदगांव (दावा)। प्रदेश में सीजीपीएससी ने भृत्य पद (चपरासी) के लिए परीक्षा ली। जब से प्रदेश बना है, तब से ये पहला मौका था जब सरकारी तंत्र के सबसे छोटे पद के लिए सीजीपीएससी परीक्षा ले रहा है। मगर इस परीक्षा में जो खास बात रही है, वो ये रही कि इंजीनियर से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट तक परीक्षा देने के लिए पहुंचे थे। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कह दिया कि कोई भी काम छोटा नहीं होता है। ये तो सरकारी नौकरी है। दोपहर 12 बजे शुरु हुई परीक्षा दोपहर 2 बजे खत्म हुई। ये पहला चरण था। इसके बाद दूसरे चरण में हिंदी की परीक्षा भी होगी। इनकी तारीखों का ऐलान अभी नहीं किया गया है। इस पहले चरण की परीक्षा में छत्तीसगढ़ और भारत का सामान्य ज्ञान पूछा गया। सामान्य अंग्रेजी, गणित और छत्तीसगढ़ी भाषा के सवाल पूछे गए।
परिक्षार्थियों ने बताया कि सवाल काफी आसान थे। वैसे तो इस परीक्षा में शैक्षणिक योग्यता 8वीं पास मांगी गई थी। मगर इंजीनियर से लेकर किसान तक परीक्षा देने आए थे। सभी की जिंदगी का एक ही मकसद नजर आया और वो था सरकारी नौकरी।
यहां तो इंजीनियर्स एग्जाम दे रहे
कैंडीडेट संदीप ने कहा परीक्षा में सवाल आसान थे, छत्तीसगढ़ी के सवाल बहुत अच्छे आए। चपरासी बनने की परीक्षा देने के बारे में पूछे जाने पर बोलीं- बेरोजगारी बहुत है, यहां तो इंजीनियरिंग कर चुके लोग परीक्षा देने आए हैं।
91 पद और 2 लाख से ज्यादा आवेदन
प्यून भर्ती परीक्षा में इंजीनियरिंग, एमएससी और पोस्ट ग्रेजुएट डिग्रीधारियों ने भी आवेदन कर दिया। प्यून भर्ती के 91 पोस्ट के लिए 2 लाख से ज्यादा दावेदारों ने आवेदन किया है। परीक्षा देने भी पूरे प्रदेश में 80 प्रतिशत उम्मीदवार पहुंचे। जिले में 38 के करीब सेंटर बनाए गए थे। जिसमें १२ हजार 177 कैंडिडेट्स ने इस परीक्षा के लिए रजिस्टर किया था। छत्तीसगढ़ी भाषा से जुड़े भी सवाल चपरासी भर्ती परीक्षा में पूछे गए। ये भी पूछा गया कि छत्तीसगढ़ी में भैंस के बच्चे को क्या कहा जाता है। गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ से जुड़े सवाल भी पूछे गए। कुल 150 नंबर के सवाल इस परीक्षा में पूछे गए थे। अब 50 नंबर की परीक्षा हिंदी लेखन की होगी।