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नगर पंचायत की सामान्य सभा में हंगामा, अध्यक्ष एवं सीएमओ पर बिफरे कांग्रेस पार्षद

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अंबागढ़ चौकी (दावा)। नगर पंचायत की सामान्य सभा की बैठक में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। नाराज पार्षद नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सीएमओ पर छग शासन से मिली अधोसंरचना मद की राशि की जानकारी नहीं देने एवं अपने चहेते चार पार्षदो के वार्डो में विकास कार्य के लिए आई राशि का बंदरबाट करने का आरेाप लगा रहे थे। पार्षदों के हंगामे के चलते अधोसरंचना मद में विकास कार्य के लिए आई एजेंडे के तीन प्रस्ताव पर निर्णय नहीं हो पाया। नाराज पार्षदों ने अधोसरंचना मद की राशि खर्च करने के लिए सबसे पहले परिषद की विशेष बैठक आयोजित करने एवं सभी पार्षदों की उपस्थिति में नगर के पंद्रह वार्डो में मद की राशि को बराबर बांटने की बात रखी।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घोषणानुरूप वित्तीय वर्ष 2021-22 में नगर पंचायत में विकास कार्य के लिए अधोसंरचना मद में तीन करोड़ की राशि की मंजूरी दी गई है।
आश्चर्य की बात है कि शासन से मिली मंजूरी एवं विकास कार्य के लिए आई राशि की जानकारी नगर पंचायत के 11 पार्षदों को ही नहीं है। 26 सितंबर को जब नगर पंचायत में सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई और इस बैठक में एजेंडा क्रमांक तीन, चार और पंाच में अधोसरंचना मद की राशि का खर्च करने की सूचना जारी की गई तो नगर पंचायत में कांग्रेस के 8 पार्षदों ने नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सीएमओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। आक्रोशित पार्षदों ने स्थानीय प्रशासन पर भाई भतीजावाद एवं अध्यक्ष तथा सीएमओ पर मनमानी का आरोप लगाते हुए 26 सिंतबर को आयोजित सामान्य सभा की बैठक का बहिष्कार कर दिया। सामान्य सभा में कांग्रेस के 8 पार्षदों के शामिल नहीं होने से तथा बैठक में कोरम पूरा नहीं होने से 26 सितंबर की बैठक को स्थगित करना पड़ा। इस दिन बैठक में कोरम पूरा करने के लिए भाजपा तथा अन्य पार्षदों को नगर पंचायत के कर्मियों को घर भेजकर बुलाया गया। लेकिन पार्षद बैठक में शामिल होने नगर पंचायत नहीं पहुंचे। 26 सितंबर की बैठक में अध्यक्ष के अलावा केवल तीन पार्षद ही शामिल हुए।
मंगलवार की बैठक में हुआ हंगामा
सामान्य सभा की बैठक सोमवार को कोरम के अभाव में स्थगित होने के बाद अगले दिन मंगलवार को नगर पंचायत में दोबारा बुलाई गई। इस बैठक में शामिल हुए नाराज कांग्रेस पार्षद शंकर निषाद, मुकेश सिन्हा, मनीष बंसोड, अविनाश कोमरे, शीतल भूआर्य, बिसन देवांगन ने आरोप लगाया कि अधोसंरचना मद में आई राशि की जानकारी ही नहीं दी गई। पार्षदों ने कहा कि राशि का खर्च करने के लिए अपनी मर्जी से शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया। अब सामान्य सभा बुलाकर मनमर्जी किए गए कार्यो को मंजूरी दिलाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि अध्यक्ष एवं सीएमओ मनमानी कर रहे है। तीन करोड़ की राशि में आधे से अधिक की राशि अपने चहेते तीन-चार पार्षदों में बांट दी गई है। इसके अलावा कमीशनखोरी के चक्कर में गैरजरूरी कामों को कराए जाने हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। यह गलत है, इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए।
परिषद की बैठक में सभापति एवं सीएमओ के मौन रहने पर उखड़े पार्षद
कांग्रेस के नाराज पार्षदों का आरोप है कि सामान्य सभा की बैठक में सभापति की रूप में उपस्थित रहने वाले नगर पंचायत अध्यक्ष एवं सचिव के रूप में उपस्थित सीएमओ मौन बने रहते है। वे पार्षदों द्वारा सभा में पूछे गए प्रश्नों का जवाब नहीं देते है।
कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि सामान्य सभा में पार्षदों के सवालों का जवाब केवल सभापति के रूप में अध्यक्ष या उनके सचिव सीएमओ ही दे सकते है। यदि बैठक में जवाब ही नहीं देना है तो नगर पंचायत प्रशासन एवं अध्यक्ष को सामान्य सभा बुलानी ही नहीं चाहिए।

शासकीय राशि का हो रहा है दुरूपयोग, शासन को होगी शिकायत – त्रिपाठी
नगर पंचायत में विधायक प्रतिनिधि कांग्रेस नेता रमेश त्रिपाठी ने कहा कि नगर पंचायत में विकास कार्य के लिए शासन से मिली राशि का दुरूपयोग हो रहा है। ढ़ाई वर्ष में नगर का विकास ठप्प हो गया है। कमीशनखोरी के चक्कर में गैरजरूरी कार्यो को प्राथमिकता दी जा रही है। नगर के साप्ताहिक बाजार चौक में अंडरग्राउण्ड नाला के लिए आई 50 लाख की राशि का बंदरबाट कर लिया गया है। इस अंडरग्राउंण्ड नाला में एक मीटर पानी नहीं बह पा रहा है। इसी तरह विकास कार्यो के लिए मिली राशि में केवल खानापूर्ति का काम हो रहा है। कांग्रेस नेता रमेश त्रिपाठी ने कहा कि वे ढ़ाई वर्ष के कार्यकाल में हुए सभी विकास कार्यो के संदर्भ में पार्टी फोरम के अलावा शासन एवं प्रशासन के समक्ष शिकायत कर जांच की मांग करेंगे।

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