राजनांदगांव(दावा)। नवरात्र पंचमी को स्कंद माता की पूजन-अर्चन केे साथ मातारानी को पचरंग श्रृंगार से श्रृंगारित करने सुबह से ही देवी स्थलों में भक्तों की भीड़ रही। आज पंचमी पर पंडा-पुजारियों की उपस्थिति में ज्योत-जंवारा में सोनपानी का सिंचन किया गया जिसमें मातारानी की बगिया लहलहा उठी। हल्दी पानी का सिंचन जंवारा फुलवारी को नई उर्जा प्रदान की जिसमें वह हरियाली से भर गया। ज्योतिषाचार्य पं. सरोज द्विवेदी ने बताया कि नवरात्र पंचमी का दिन मातारानी का श्रृंगार का दिन है। भक्त जन जिनमें खास कर महिलाएं द्वारा माता भवानी को चूड़ी फूंदरी, नथ, गरमाल सहित नवीन वस्त्रादि आदि चढ़ाए गये और मातारानी अपने घर-परिवार की खुशहाली व समृद्धि की दुआए मांगी गई।
दैवीय आवग में झूमे श्रद्धालु
मंदिरों व देवी स्थापना स्थलों में मातारानी के प्रति श्रद्धा भक्ति की बयार बह चली। सेवा जसगान की भी धूम रही जिसमें सेवा जस गान गायकों ने मांदर, ढोलक की थाप व झांझ मंजीरा के झनकार के साथ माता रानी के पचरंग श्रृृंगार से सम्बंधित जसगीत का गान किया। इस दौरान मांदर ढोलक की चढती-उतरती थाप के बीच लोगों में दैवीय आवेग होने झूम व नाच उठे। आचार्य सरोज द्विवेदी ने बताया कि नवरात्रि पर्व में पंचमी के दिन से ही मातारानी के भक्तों में दैवीय आवेग आने का सिलसिला शुरू हो जाता है जिनके द्वारा मन भर नाचने झूमने के बाद पंडा-पुरोहित द्वारा उनके हाथों देवी माता को हुम-धूप अर्पण शांत कराया जाता है।
मातारानी के दरबार में ज्योति जले
शहर की अधिष्ठात्री देवी मां शीतला मंदिर में लगभग डेढ़ हजार के करीब घी व तेल ज्योतिकलश प्रज्जवलित हैं। वहीं प्राचीन सिद्ध पीठ काली माई मंदिर में 460 ज्योति श्रद्धालुओं द्वारा स्थापित किये गये है। इसी तरह महामाया मंदिर कसाई पारा में श्रद्धालुओं के 172 मनोकामना ज्योति व लखोली नाका स्थित चंडी मंदिर में श्रद्धालुओं द्वारा 63 ज्योत स्थापित किया गया है। इन मंदिर के पंडे-पुजारियों ने बताया कि मातारानी के दरबार में सुबह से ही पंचमी श्रृंगार के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। काली माई मंदिर के पुजारी पं. आशुतोष पांडे ने बताया कि नवरात्र पंचमी पर सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता रहा। महिलाओं ने जहां मातारानी पर चुड़ी, फूंदरी, नथ व अन्य वस्ताभूषण चढ़ाए वही मंदिर समिति द्वारा माता काली में तीन रंग का ध्वजा चढ़ाया गया-नीबू, चन्दन, वंदन चढ़ाए गये। नीबू माल्य से विशेष श्रृंगार किया गया। शहर के पश्चिम छोर पर स्थित पाताल भैरवी मंदिर में इन दिनों नवरात्रि पर्व की धूम बनी हुई है। बड़ी संख्या में लोग यहां दर्शन के लिए पहुंच रहे है जहां माई के प्रति श्रद्धा भक्ति माहौल बना हुआ है।
भक्तों का बढ़ा उत्साह
नवरात्रि पर्व में संस्कारधानी सहित समूचे अंचल में नवरात्रि पर्व की शानदार छटा बिखरी है। सुबह-शाम मातारानी की आरती के साथ जसगीत जगराता सहित विविध आयोजन हो रहे है। मौसम खुलते ही भक्त जनों में दुर्गा उत्सव का उत्साह बढ़ गया है। जिससे ज्योति जंवारा स्थलों व दुर्गा पंडालों में माई के दर्शन के लिए दर्शनार्थियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। डोंगरगढ़ स्थित मां बम्लेश्वरी का दर्शन केे लिए पदयात्रियों का रेला है। शहर के गज लाइन स्थित दुर्गोत्सव पंडाल में बीतीरात गायक सुनील सिहारे का जगराता कार्यक्रम हुआ। वही कालीमाई मंदिर में 28 को जगराता कार्यक्रम की धूम रही। दीनदयाल नगर, कन्हारपुरी, लखोली नाका आदि जगहों में भी दुर्गोत्सव पर विविध कार्यक्रम हो रहे है। समिति के अध्यक्ष जीडी वैष्णव ने बताया कि नवरात्रि पंचमी के दिन मातारानी का विशेष श्रृंगार किया गया।