Home समाचार आईबी ग्रुप कर रहा निरंतर पदयात्रियों की सेवा

आईबी ग्रुप कर रहा निरंतर पदयात्रियों की सेवा

202
0

राजनांदगांव(दावा)। संस्कारधानी राजनांदगांव की पहचान गणेश और दुर्गा उत्सव को हर धर्म और समुदाय के लोग मिलजुल कर मनाते हैं। नवरात्रि में माँ बम्लेशरी के दर्शनों के लिए जाने वाले पदयात्रियों के नि:शुल्क भोजन और आराम के लिए इस साल बेहद कम सेवा पंडाल लगे हैं। जिसकी वजह से पदयात्रियों को बहुत दिक्कत हो रही है, पर आईबी ग्रुप ने इस साल भी शुरू से सेवा की कमान संभाले रखी. आईबी ग्रुप के एमडी बहादुर अली ने स्पष्ट निर्देश दे रखे है कि देवी दर्शनार्थियों को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आनी चाहिए।

सेवा भावना और साम्प्रदायिक सद्भाव की अदभूत मिसाल, आईबी के पंडाल में पदयात्रियों को मिल रही सभी सुविधाएं
शहर का अग्रणी औद्योगिक संस्थान आईबी ग्रुप प्रतिवर्ष को भांति इस वर्ष भी सेवा पंडाल लगाकर अपने गौरवशाली परम्परा का निर्वहन कर सामाजिक सौहार्द को मिसाल पेश कर रहा है। ग्रुप के एमडी एवं समाजसेवी बहादुर अली के मार्गदर्शन में ग्राम टेकाहल्दी में सेवा पंडाल लगाकर पदयात्रियों के लिए चौबीसों घंटे नाश्ते-भोजन और उनके आराम की व्यवस्था की गई हैं। आईबी ग्रुप द्वारा मातारानी के दर्शन करने जा रहे पदयात्रियों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। उनके लिए हर समय चाय, नाश्ता, भोजन के अलावा मुर्रा, पुलाव आदि चीजें उपलब्ध कराई गई हैं। रायपुर, दुर्ग, धमतरी, बालोद एवं दूर-दूर से पैदल चलकर पहुंच रहे श्रद्धालुओं के आराम की भी आईबी ग्रुप के पंडाल में पूर्ण व्यवस्था की गई है। उनके पैरों में पड़े छाले और जख्म के लिये दवाई का प्रबंध भी किया गया है। साथ ही साफ पेयजल भी उपलब्ध कराया जा रहा हैं। यहां सुबह से लेकर रात तक बढ़ी संख्या में पदयात्री पहुंच रहे हैं। नाश्ता-भोजन कर यहां आराम भी कर रहे हैं। उनके लिए पंखे-कूलर भी लगाए गए हैं। मातारानी के भक्त यहाँ कुछ समय आराम कर पुन: अपने गंतव्य की और कूच कर रहे हैं। गौरतलब है कि आईबी ग्रुप के एमडी बहादुर अली स्वस्फूर्त होकर सालों से देवी दर्शनार्थियों की नि:स्वार्थ सेवा कर रहे हैं। इस बार डोंगरगढ़ के रास्से पर बेहद कम पंडाल लगाए गए हैं जिसकी वजह में पदयात्रियों को भारी दिक्कत हो रही है लेकिन आईंबी ग्रुप के कर्मचारी पदयात्रियों को चौबीस घंटे देखभाल कर रहे हैं। यहां का सेवा पंडाल सबसे ज्यादा सुविधापूर्ण होने के साथ-साथ साम्प्रदायिक सौहार्द का जीता-उदाहरण है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here