डोंगरगढ़़(दावा)। गत दिनों आदिवासी युवक के फांसी लगाने के बाद मृत्यु होने के मामले को लेकर उलझी पुलिस ने मृतक के परिजनों द्वारा की गई शिकायत व सुसाइड नोट के आधार पर प्रथम दृष्टया संदिग्ध पाए जाने पर अरविंद हत्थेल व अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. 27 वर्षीय मृतक विजय नेताम का सुसाइड पत्र पुलिस के हाथों लगने के पहले ही वायरल हो गया था। सुसाइड पत्र में कर्ज के लेनदेन को प्रमुखता के साथ मृतक द्वारा दर्शाया गया था। पुलिस को प्राप्त हुए सुसाइड नोट में लिखा गया है कि मेरे मरने का कारण कर्जा वाले लोग हैं.मेरे को इतना परेशान किए कि मैं मरने का सोच लिया.मैंने अरविंद हत्थेल को 4 साल पहले 3 लाख रुपया दिया था, जबकि पापा ने अरविंद का पैसा पटा दिया था। फिर भी अरविंद हत्थेल के बाद लोग, गब्बर हत्थेल, तरुण हत्थेल बहुत परेशान कर रहे हैं और सोनम साहू को पहले भी बहुत ब्याज दे दिया था. फिर भी बहुत परेशान कर रहे हैं.इसलिए मैं बहुत टेंशन मैं हूं कृपया मेरे को इंसाफ मिले और मेरी मां बाजी को और बीवी घर वाले को परेशान मत करें।
पारिवारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक, पिता की मृत्यु के पश्चात अनुकंपा नियुक्ति में रेलवे में कार्यरत था. मृतक अपने रूम में मृत अवस्था में फांसी में लटका हुआ पाया गया. जिसे दूसरे दिन सुबह मृतक की भतीजी द्वारा सबसे पहले देखा गया था. जिसकी सूचना परिजनों द्वारा पुलिस में दी गई. मृतक की ओर से शिकायतकर्ता रमेश नेताम पिता स्वर्गीय राजू बी नेताम निवासी वार्ड नंबर 3 टिकरापारा नया कॉलेज के पास द्वारा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई. मृतक की पत्नी श्रीमती राशि पांडे द्वारा मृतक विजय नेताम के द्वारा मृत्यु पूर्व लेख सुसाइड पत्र, जिसमें अरविंद हत्थेल सहित बनाए गए अन्य आरोपीयो के द्वारा कर्जा रुपया के लिए परेशान करने से प्रताड़ित होकर फांसी लगाकर मौत होना लेख है.
32 वर्षीय प्रार्थी रमेश नेताम द्वारा दर्ज शिकायत में पुलिस को बताया कि 4 अक्टूबर 2020 के रात्रि 9:30 से 5 अक्टूबर के सुबह 8 बजे के बीच मृतक विजय नेताम के मौत का कारण फांसी लगाना बताया गया. रिपोर्ट कायमीकर्ता उपनिरीक्षक ठगिया चंद्रवंशी को बताया कि उसका छोटा भाई विजय नेताम खाना खाकर अपने कमरे में सोने चला गया था. जो 5 अक्टूबर को उसकी बेटी काव्या नेताम उम्र 6 वर्ष जो मृतक के कमरे से चिल्लाते हुए निकली और चाचा-चाचा बोलकर रो रही थी. तब मैंने अपने भाई के कमरे में जाकर देखा तो उसने कमरे में लगे सीट लगाने के पाइप में साड़ी से फांसी लगा लिया है. जिसकी मौत हो गई थी. जांच अधिकारी उपनिरीक्षक ठगिया चंद्रवंशी द्वारा 5 अक्टूबर को मामले में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.