मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी(दावा)। मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले में शनिवार देर रात मूर्ति विसर्जन करने जा रहे लोगों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। लोगों ने पुलिस पर महिलाओं और बच्चों के साथ भी मारपीट करने का आरोप लगाया है। घटना के बाद रविवार तडक़े 3 बजे से लोगों ने मोहला थाने के सामने स्टेट हाईवे-6 को जाम कर दिया। यहां 9 घंटे तक लोगों ने चक्काजाम किया, जिसके कारण करीब 4-5 किलोमीटर तक दोनों ओर गाडिय़ां फंसी रहीं।
मोहला में सरस्वती विसर्जन करने जा रहे ग्रामवासियों और पुलिस वाहन के ड्राइवर के बीच पहले कहासुनी हुई और इसके बाद वहां मारपीट होने लगी। लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिसवालों ने मां की मूर्ति भी खंडित कर दी। उन्होंने पुलिस पर लाठी-डंडों से बच्चे, महिलाओं समेत कई लोगों की पिटाई करने का आरोप लगाया है। इसके बाद भारी संख्या में ग्रामीणों ने स्टेट हाईवे- 6 पर चक्काजाम कर दिया। स्टेट हाईवे- 6 छत्तीसगढ़ को महाराष्ट्र और ओडिशा से जोड़ती है। ऐसे में दोनों राज्यों से आने-जाने वाले वाहन करीब 5 किलोमीटर तक फंस गए। खरियार (ओडिशा)-मानपुर-मुखवा-कांकेर-मानपुर-गढ़चिरौली (महाराष्ट्र) स्टेट हाईवे आज तडक़े 3 बजे से लेकर दोपहर करीब 11-12 बजे तक जाम रहा। इस मामले में भाजपा नेत्री नम्रता सिंह ने कहा कि यहां शारदा समिति के सदस्य रात को 1:30 बजे से विरोध-प्रदर्शन करने बैठे हैं। रात में पुलिस ने बर्बरतापूर्वक रैली में जा रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया। उन्होंने कहा कि क्या धार्मिक महोत्सव मनाना गलत है। इधर सूचना मिलने पर मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले के पुलिस अधीक्षक वाय अक्षय कुमार मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर शांत कराया। लोगों ने आरोपियों पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद धरना-प्रदर्शन खत्म किया। इसके बाद गाडिय़ों को धीरे-धीरे कर वहां से पास कराया गया।
एसपी वाय अक्षय कुमार ने कहा कि ये लोग विसर्जन के लिए झांकी और डीजे लेकर जा रहे थे, जबकि हमने पहले ही शांति समिति की बैठक में समझाइश दी थी कि रात को 9-10 बजे तक विसर्जन कर लेना चाहिए। इसके बावजूद रात 12 बजे के बाद ये डीजे बजाकर विसर्जन के लिए जा रहे थे। आम लोगों की परेशानी को देखते हुए डीजे बंद करने को लेकर समझाया जा रहा था। इस दौरान भीड़ में कुछ लोग जो शराब पीए हुए थे, वे पुलिस के साथ बहस करने लगे और मारपीट के हालात पैदा हो गए। उसके बाद ये लोग मूर्ति को थाने के सामने रखकर रात से प्रदर्शन पर बैठे हुए थे।