लखनऊ (आरएनएस)। यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उन्होंने 82 साल की उम्र में मेदांता अस्पताल में आज सुबह 8.16 बजे आखिरी सांस ली। 82 साल के मुलायम यूरिन इन्फेक्शन के चलते 26 सितंबर से मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। तबीयत बिगडऩे पर उन्हें 1 अक्टूबर को आईसीयू में भर्ती कराया गया था। मुलायम सिंह के निधन के बाद समाजवादी परिवार में शोक की लहर डूब गई है। उनकी तबीयत बिगडऩे की सूचना पर बेटे अखिलेश यादव, भाई शिवपाल यादव और बहू अपर्णा यादव दिल्ली के लिए रवाना हो गए थे। बता दें कि नौ जुलाई 22 को उनकी पत्नी साधना गुप्ता का भी निधन हो गया था।
55 साल से अधिक समय तक राजनीति में सक्रिय रहे मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई में हुआ था। उन्होंने राजनीति शास्त्र में एमए की पढ़ाई की थी। वह 1967 में पहली बार यूपी के जसवंत नगर से विधायक निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचे और फिर उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में कभी पीछे मुडक़र नहीं देखा। वह आठ बार विधायक निर्वाचित हुए तो वहीं सात बार निर्वाचित होकर लोकसभा सांसद बने। 1996 में उन्हें यूनाइटेड फ्रंट गठबंधन की सरकार में रक्षा मंत्री बनने का भी अवसर मिला। जिन्होंने तीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल पर मुलायम के निधन की जानकारी दी। मुलायम का पार्थिव शरीर सैफई लाया जाएगा। मंगलवार को दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर बताया आदरणीय नेताजी का दिनांक 10/10/2022 को सुबह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर को सैफई ले जाया जा रहा है। दिनांक 11/10/2022 को दोपहर तीन बजे सैफई में अंतिम संस्कार होगा।
मुलायम को श्रद्धांजलि देने सैफई जाएंगे सीएम भूपेश
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कवर्धा विधानसभा की भेंट-मुलाकात खत्म कर देर रात राजधानी वापस लौट रहे हैं। उनको उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता मुलायम सिंह यादव की अन्त्येष्टि में शामिल होने उनके पैतृक गांव सैफई जाना है। मुख्यमंत्री मंगलवार सुबह 10 बजे के बाद लखनऊ के लिये रवाना हो जाएंगे। मुलायम सिंह का लंबी बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया है।
मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को सुबह 8.16 बजे अंतिम सांस ली। वे 82 साल के थे। मुलायम सिंह गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में वेंटिलेटर पर थे। पिछले रविवार से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। उनके निधन की सूचना पर छत्तीसग? के नेताओं ने भी शोक संवेदना व्यक्त की। कवर्धा रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मुलायम सिंह जी बहुत ही वरिष्ठ राजनेता थे। कई बार सांसद-विधायक, तीन बार के मुख्यमंत्री, केंद्र में रक्षा जैसे महत्वपूर्ण विभाग के मंत्री का पदभार भी उन्होंने संभाला। समाजवादी पार्टी के संस्थापक रहे। उनका लंबा राजनीतिक जीवन था। एक ऐसे नेता थे जो जमीन से जु?े हुए थे। आम जनता से जु?कर वे राजनीति करते थे और क?े फैसले लेने में उन्होंने कभी पीछे नहीं हटे। ऐसे राजनेता के जाने से भारतीय राजनीति को अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की ओर से उन्हें श्रद्धांजली दी। बाद में तय हुआ कि मुख्यमंत्री को मुलायम सिंह यादव की अन्त्येष्टि में जाना है। उसके बाद मुख्यमंत्री के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम में बदलाव किया गया।
भाजपा नेताओं ने भी जताया शोक
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कहा है कि मुलायम सिंह समर्पित जन नेता थे। वे स्पष्ट सोच व्यक्त करने वाले नेता के रूप में स्थापित रहे। मुलायम सिंह यादव समाजवादी राजनीति के मजबूत (शेष पृष्ठ ६ पर…)