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छ.ग. राजभाषा आयोग के कार्यक्रम में जिले भर के कवि/साहित्यकारों की होगी जमघट

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राजनांदगांव(दावा)। छ.ग. राजभाषा आयोग के तत्वावधान में १५ अक्टूबर शनिवारी कोइ मां बम्लेश्वरी की नगरी डोंगरगढ़ में एक दिवसीय जिला स्तरीय साहित्यिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।
मां बम्लेश्वरी धर्मार्थ चिकित्सालय भवन हाल में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गुंडरदेही के विद्यायक व संसदीय सचिव (छ.ग. शासन) ुकुवंरसिंह निषाद जी है। कार्यक्रम की अध्यक्षता डोंगरगढ़ विधायक व अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण (छ.ग. शासन) के अध्यक्ष भुनेश्वर बघेल जी करेंगे। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में राजगामी संपदा ट्रस्ट के अध्यक्ष विवेक वासनिक जी तथा जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नवाज खान एवं जिला कलेक्टर संतोष सिंह व एस.पी प्रफुल्ल ठाकुर सहित नगर पालिका डोंगरगढ़ अध्यक्ष सुदेश मेश्राम व मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट के अध्यक्ष समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मनोज अग्रवाल जी खास तौर पर उपस्थित रहेंगे। छग राजभाषा आयोग के जिला समन्वयक कवि/साहित्यकार आत्माराम कोशा ‘अमात्य’ ने बताया कि राजभाषा के इस गरिमामयी साहित्यिक आयोजन में जिलेभर के कवि/साहित्यकार व लोक-कलाकारों की उपस्थिति रहेगी। १५ अक्टूबर की सुबह १०.३० बजे से आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में आदरणीय अतिथियों के हाथों ‘गरिबा’ महाकाव्य के रचयिता वरिष्ठ साहित्कार नूतन प्रसाद शर्मा व वरिष्ठ कथाकार सुभदा मिश्र सहित ‘लबरा के गोठ’ व्यंग्यकार गिरीश ठक्कर ‘स्वर्गीय’ के अलावा देवचंद बंजारे व कवियित्री पदमा साहू ‘पर्वणी’ को राजभाषा साहित्य सम्मान से सम्मानित किया जायेगा। छग राजभाषा आयोग के सचिव डॉ. अनिल कुमार भतपहरी ने बताया कि तीन सत्रों में सपंन्न होने वाले इस साहित्यिक आयोजन के दूसरे सत्र में विषय आधारित विचारगोष्ठी व पोठ-परिचर्चा का आयोजन किया गया है। जिसमें छत्तीसगढ़ी भाषा के दशा व दिशा पर डॉ. पी.सी लाल यादव, राजकाज में छत्तीसगढ़ी पर आचार्य पं. सरोज द्विवेदी तथा छत्तीसगढ़ी व स्थानीय बोली भाषा के अंतर संबंध पर आत्माराम कोशा ‘अमात्य’ व छत्तीसगढ़ी में अध्ययन-अध्यापन जरूरी विषय पर श्रीमति शैल शर्मा द्वारा उद्बोधन प्रस्तुत किया जायेगा। डॉ. भतपहरी ने बताया कि कार्यक्रम का प्रारंभ राज्य गीत -‘अरपा पैरी के धार’ से होगा जिसे छत्तीसगढ़ी लोक सांस्कृतिक संस्था ‘मयारू माटी’ की लोकगायिका सुश्री प्रतिमा गोडिय़ा व साथी कलाकार स्वर देगें। इसी तरह अतिथियों के स्वागत गीत तथा लोकनृत्य का प्रदर्शन इसके संचालक शेर सिंह गोंडिय़ा व साथी कलाकारों द्वारा किया जायेगा। तीसरा सत्र कवि सम्मेलन का होगा जिसमें जिलेभर से पधारे कवि/साहित्यकारों द्वारा कविता पाठ किया जायेगा। उक्त कार्यक्रम के सपांदनार्थ छत्तीसगढ़ साहित्य समिति जिला इकाई राजनांदगांव सहित साकेत साहित्य परिषद के लखनलाल साहू‘लहर’, कुलेश्वर साहू, थनवार निषाद ‘सचिन’ शिवनाथधारा के अध्यक्ष अखिलेश्वर प्रसाद मिश्रा हास्य/व्यंग्य के कवि वीरेन्द्र तिवारी ‘वीरू’, गजेन्द्र हरिहारणें ‘दीप’, महेन्द्र कुमार बघेल ‘मधु’ पुरवाही साहित्य समिति के संयोजक आमेप्रकाश साहू ‘अकुंर’, दिनेश मंडावी, ज्वाला प्रसाद ‘नटखट’, राजुकमार चन्द्रवंशी, वनांचल सहित समिति के सदस्य इकबाल खान ‘मायुस’, राजनांदगांव अंचल के ग्रामीण कवि पवन यादव ‘पहुना’, राजकुमार चौधरी ‘रौना’, आनंदराम सार्वा , बंशीलाल जोशी ‘गुरूजी’ यूनुश अजनवी तथा सरिता प्रवाह के तेजेन्दर सिंह भाठिया, गुणवंत भिवगढ़े, नवीन कुमार सोनी, अमृतदास साहू, राजकुमारी जैन, मुकेश हाडग़े, आदि जुटे हुए है। उक्ताशय की जानकारी कवि अमृतदास साहू(कलकसा) ने दी।

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