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पुष्य नक्षत्र की शुभ खरीदी को लेकर बाजार में रौनक

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० सर्राफा, कपड़ा, बर्तन व इलेक्ट्रानिक आइटमों की दुकानों में खरीददारी बढ़ी ० दुपहिया-चार पहिया वाहनों की खरीदी के लिए एडवांस बुकिंग
राजनांदगांव(दावा)।
दीपावली पर्व की खरीदारी के लिए बाजार में ग्राहकों की भीड़ दिखने लगी है। आगामी दिनों पुष्य नक्षत्र से लेकर धन तेरस आदि के शुभ मुहूर्त बन पडऩे से बाजार में ग्राहकों की संख्या में और भी इजाफा देखने को मिल रहा है। इस साल 18 अक्टूबर गुरूवार को पुष्य नक्षत्र पड़ रहा है। अत: कहा जा सकता है कि दिवाली से पहले खरीदी के पांच दिन या जो मुहुर्त बन रहे है, बाजार में जमकर खरीदारी होगी। शहर के बाजार में पुष्य नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में खरीदी से जमकर धन बरसने वाला है। लोग चाहे कितना भी कह ले कि देश में महंगाई बढ़ी है लेकिन वैसे-वैसे लोगों के हाथों में पैसा आते जा रहा है जिसके चलते बाजार में पर्व की खरीदारी जमकर की जाएगी। किसान वर्ग सहित व्यापारी व शासकीय कर्मचारी बड़ी संख्या में खरीदारी की तैयारी कर ली है। आलम यह है कि महंगी चीजे सहित बड़े वाहनों के लिए लोग पहले से ही एडवांस बुकिंग करा रहे हैं।

जमीन, मकान, महंगी धातुएं खरीदना शुभ
ज्योतिषाचार्य पं. सरोज द्विवेदी की माने तो पर्व के शुभ मुहूर्त में जमीन मकान, सोने-चांदी के जेवरात आदि खरीदा जाना फलदायक होता है। इस दिन व मुहूर्त की खरीदी भी शुभ माना गया है। उन्होंने बताया कि वैसे तो पुष्य नक्षत्र के दिन किसी भी चीज की खरीदारी को शुभमाना जाता है लेकिन अधिकांश लोग इस मौके पर बड़ी खरीदारी ही करते है। गुरू-पुष्य नक्षत्र में घर-जमीन, सोने-चांदी के आभूषण या सिक्के से लेकर चार-पहिया, दो पहिया वाहन, इलेक्ट्रीक आईटम, लोहे या लकड़ी के फर्नीचर, कृषि से संबंधित सामानों की खरीदी करते है। कृषक बंधु ट्रेक्टर की खरीदी तो नौकरी पेशा लोग या व्यापारी बीमा पालिसी, म्युचुअल फंड या शेयर का मार्केट में निवेश करते है। जमीन की खरीदी शुभ माने जाने से इसकी रजिस्ट्री के लिए उक्त दिन की तैयारी में भी लोग जुट गये है। श्री द्विवेदी ने बताया कि हिन्दू धर्म में पुष्य नक्षत्र पर किसी नये काम या व्यापार की शुरूआत करने को भी शुभ माना जाता है। इस दिन उपरोक्त चीजें की खरीदी व अन्य स्थानों में निवेश करने से लाभ की प्राप्ति होती है। इस मान्यता के चलते लोग पुष्य नक्षत्र की खरीददारी करने पहले से मंसूबे में लग गये है।

नक्षत्रों का राजा पुष्य
ज्योतिष शास्त्र में पुष्य को नक्षत्रों का राजा माना जाता है। इस नक्षत्र पर शनि और गुरू की विशेष कृपा होती है। श्री द्विवेदी के अनुसार शनि शक्ति और उर्जा के स्वामी माने जाते है जबकि गुरू ज्ञान और धन का कारक होता है। इस दिन शनि व गुरू दोनों एक साथ मकर राशि में विराजमान रहेंगे। इस दौरान नई वस्तुओं की खरीदारी करने से घर की शुभता बढ़ेगी व धन-धान्य में वृद्धि होगी। पुष्य नक्षत्र में शुभ खरीदी को लेकर व्यवसायी भी अपनी दुकानें सजा ली है। लोग शुभ मुहूर्त में खरीदारी के लिए भीड़ से बचने पहले से ही एडवांस बुकिंग करवा रहे है।

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