राजनांदगांव (दावा)। छत्तीसगढ़ प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस राज में दिनोदिन अपराधिक घटनाओं का ग्राफ तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिससे प्रदेश में अराजकता का माहौल निर्मित हो गया है और जनता अपनी संपत्ति एवं जानमाल की सुरक्षा को लेकर आशंकित रहने लगी है। सबसे अधिक भयावह स्थिति मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री के गृह जिला दुर्ग की है, जहॉ आये दिन नित नई अपराधिक वारदातो के घटने से स्थानीय रहवासी सकते में हैं, जहॉ विगत दिनों दिनदहाड़े सराफा व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। इसी तरह सीएम इन वेटिंग टी.एस. सिंहदेव जी के निर्वाचन जिला में स्वास्थ्यकर्मी से बलात्कार की शर्मनाक घटना उजागर हुई है। जब प्रदेश के मुखिया, गृहमंत्री एवं स्वास्थ्यमंत्री के जिले में ही कानून व्यवस्था इतनी लचर एवं पंगु हो चुकी है, तो शेष प्रदेश में स्थिति कितनी बदहाल होगी।
उक्ताशय के गंभीर आरोप लगाते हुए राजनांदगॉव सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा है कि कांग्रेस राज में अवैध शराब के धंधे, नशीले पदार्थो की खरीद-फरोख्त/तस्करी एवं नशाखोरी के धंधो को प्रश्रय दिया जा रहा है। संस्कारधानी नगरी राजनांदगॉव की सीमा मध्यप्रदेश एवं महाराष्ट्र राज्य से जुड़ी होने के कारण इस राज्यों से अवैध शराब, नशीले पदार्थो की तस्करी राजनांदगॉव जिले में बेखौफ की जा रहा है, जिसे कतिपय कांग्रेस नेताओं का सरंक्षण प्राप्त है। यही कारण है कि विगत कुछ समय से मेरे संसदीय क्षेत्र राजनांदगॉव के बागनदी, गैंदाटोला, पाटेकोहरा, कुमर्दा क्षेत्र अवैध शराब तस्करी के नये अड्डे के रूप में नशाखोरों के आकर्षण का केन्द्र बने हुये हैं। इन क्षेत्रों में अवैध शराब बिक्री इस हद तक बढ़ चुकी है कि स्कूल में पढऩे वाले मासूम बच्चे भी इस लत के शिकार हो चुकी हैं और अपने माता पिता के मेहनत के पैसों से शराबखोरी कर अपना भविष्य खराब कर रहे हैं, वही राजनांदगॉव शहर का तुलसीपुर, ममतानगर, इंदिरानगर, नंदई और शंकरपुर क्षेत्र युवाओं की हत्या के लिये कुख्यात हो चुका है जबकि पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। सांसद संतोष पाण्डेय ने भाजपा राज में प्रदेश में व्याप्त सुशासन का उदाहरण देते हुए कहा कि में भाजपा ने प्रदेश में महिलाशक्तिकरण की अनूठी मिलास प्रस्तुत करते हुए गॉव गॉव में माताओं और बहनों को महिला कमाण्डों के रूप में अधिकार देकर ग्रामों में नशाखोरी एवं शराब के अवैध करोबार पर अंकुश लगाने का उत्कृष्ट कार्य किया गया था, किन्तु आज इन क्षेत्रों में स्थानीय जनता की शिकायत के बाद भी कांग्रेसी नेताओं के संरक्षण के चलते नशाखोरी, अवैध शराब बिक्री का कारोबार धड़ल्ले से फलता-फूलता दिख रहा है, और पुलिस तमाशबीन बनकर चुपचाप बैठी है।
राजनांदगॉव जिले से होकर प्रदेश के अन्य जिलों में भी शराब, गांजा, नाईट्रटेन जैसे नशीले पदार्थो की तस्करी एवं अवैध ब्रिकी में भारी ईजाफा हुआ है, जिसके फलस्वरूप इन जिलों में शराबखोरी, छेड़छाड़, बलात्कार, मारपीट, चाकूबाजी, लूटपाट, हत्या, मद्यपान पश्चात् तेज रफ्तार वाहन चालन से सडक़ दुर्घटना आदि विभिन्न प्रकार के अपराधों में उतरोत्तर बढ़ोतरी हो रही है। कांग्रेस राज में उच्च राजनैतिक संरक्षण के चलते अपराधियों के हौंसले बुलन्द हैं और पुलिस का खौफ उनके मन से खत्म हो चुका है जिसके कारण प्रदेश में अराजकता का माहौल व्याप्त है और जनता के मन में असुरक्षा की भावना से भयग्रस्त हैं।