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राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को वैश्विक पटल पर प्रदर्शित करेगी- कुलपति मनोज कुमार श्रीवास्तव

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बस्तर में नक्सली समस्या अपनी अंतिम सांसे गिन रही है – पी. सुन्दराज
रायपुर (दावा)।
भारत सरकार की सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की मीडिया इकाई पत्र सूचना कार्यालय रायपुर द्वारा आज जगदलपुर में ग्रामीण पत्रकारों के लिए एक मीडिया कार्याशाला वार्तालाप का आयोजन किया गया। इस कार्याशाला में जगदलपुर शहर सहित ग्रामीण अंचल के पत्रकार काफी संख्या में शामिल हुए। कार्याशाला का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया। दीप प्रज्वल्लन के बाद पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) रायपुर के निदेशक कृपाशंकर यादव ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यालय के उद्देश्यों और पत्रकार कल्याण योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय जगदलपुर के कुलपति मनोज कुमार श्रीवास्तव ने भारत सरकार के नई शिक्षा नीति के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति नीतिकारों ने ऐसे आधार पर तैयार किया है भारत को वैश्विक पटल पर प्रदर्शित करेगी। भारत की नई शिक्षा नीति प्राचीन भारतीय शिक्षा पद्धति की तरह है जिसमें विद्यार्थियों को हर प्रकार की शिक्षा दी जाती थी। नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों को समग्र शिक्षा दी जाएगी जिसमें कोई विद्यार्थी विज्ञान के साथ-साथ संगीत की भी पढ़ाई कर सकता है। वह भूगोल के साथ-साथ विज्ञान के कुछ भागों का भी अध्ययन कर सकता है। नई शिक्षा प्रणाली लोचशील है। जिसमें विद्यार्थियों को रोजगार परक शिक्षा दी जाएगी। बीच मे पढ़ाई छोड़ देंगे वाले विद्यार्थी बाद में भी अपनी पढ़ाई को पूरी कर सकते हैं।

भारत सरकार के शिक्षा विभाग अवर सचिव गजमोहन मीणा ने छात्रवृत्ति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। श्री मीणा ने बताया कि छात्र जब आठवी कक्षा में अध्ययनरत होता है, उस समय विभाग द्वारा छात्रवृत्ति परीक्षा आयोजित की जाती है। उस परीक्षा में आरक्षित वर्ग के लिए 35 प्रतिशत तथा अनारक्षित वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है। इसके साथ ही उस छात्र के अभिभावक का अधिकतम वार्षिक आय तीन लाख पचास हजार रूपये तक होनी चाहिए। ऐसे छात्रों को कक्षा नवमीं से बारहवीं तक अर्थात चार सालों तक 12-12 हजार रूपये प्रत्येक वर्ष छात्रवित्ती भारत सरकार की ओर से छात्र को मिलती है।

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी. सुन्दराज ने बस्तर में सुरक्षा व्यवस्था एवं पत्रकारों तथा विकास के बारे में बताया। पी. सुन्दरराज ने कहा कि एक दशक पहले के बस्तर और आज के बस्तर में बहुत परिवर्तन हुआ है। बस्तर में नक्सली समस्या अपनी अंतिम सांसे गिन रही है। बस्तर के विशाल भू-भाग से अब बहुत कम स्थानों में सिमट कर रह गया है और इसका खात्मा भी जल्द ही हो जाएगा। उन्होंने कहा कि बस्तर पुलिस त्रिवेणी को आधार बनाकार कार्य रही है। जिसमें विश्वास, विकास और सुरक्षा को आधार बनाकर ग्रामीणों को पहले विश्वास में लिए और उसके बाद सुरक्षा देते हुए विकास कार्य में पुलिस महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

बस्तर वरिष्ठ पत्रकार एस. करीमुद्दीन ने बस्तर के भौगोलिक स्थिति की जानकारी देते हुए ग्रामीण क्षेत्र में पत्रकारों को होने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए कर्तव्य निर्वहन में नक्सलियों के प्रताडऩा के शिकार हुए तथा नक्सलियों द्वारा मारे गए पत्रकारों की जानकारी भी दी। एस. करीमुद्धीन ने कहा कि बस्तर आदिवासी बहुल वनांचल क्षेत्र है यहां ग्रामीण क्षेत्रों में आवागम एवं संचार के सुविधाओं का विस्तार अभी पर्याप्त नहीं हुआ है। ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकारों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीण क्षेत्र के पत्रकार ही सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंच कर जानकारी देता है जिसे शहर के लोग अपने-अपने तरीके से प्रस्तुत करते है लेकिन सबसे पहले मौका-ए-वारदात पर पहुंचने वाले पत्रकार पीछे छूट जाते है। इसलिए उनका समय-समय पर सम्मान आवश्यक है।

इसके पश्चात एक शिक्षक एवं शोधार्थी गंगाधर कश्यप द्वारा बस्तर की सामाजिक व्यवस्था तथा स्वाधीनता आंदोलन में बस्तर के वीर शहीदों, जाड़ा सिरहा, शहीद वीर गूण्डाधूर की भूमिका पर प्रकाश डाला। भारत सरकार के नेहरू युवा केन्द्र के अधिकारी अंजली कुमारी ने अपने विभागीय गतिविधियों के माध्यम से युवाओं के लिए किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यो की जानकारी देते हुए बताया कि सुकमा जिला का एक विद्यार्थी ‘छात्र संसद’ में भाग लेते प्रदेश में छठवां स्थान प्राप्त किया जिसे संसद की कार्यवाही देखने का मौका मिला।

भारत सरकार की महत्वपूर्ण कल्याणकारी योजना आयुष्मान भारत के संबंध में जानकारी देते हुए आयुष्मान योजन के जिला नोडल अधिकारी पृथ्वी साहू ने कार्ड बनाने तथा इसके लाभ के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि एपीएल कार्डधारियों के लिए 50 हजार तथा बीपीएल कार्डधारियों के लिए पांच लाख रूपये तक के नि:शुल्क स्वास्थ उपचार का लाभ आयुष्मान भारत योजना के तहत प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर पत्रसूचना कार्यालय के कर्मचारी और क्षेत्रीय प्रचार कार्यालय जगदलपुर के अधिकारी बी.एस. धु्रव, आकाशवाणी के केन्द्र निदेशक बलवीर कच्छ, शशांक शेण्डे उपस्थित थे।

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