मौन जुलूस निकाल कर सौंपा ज्ञापन
राजनांदगांव (दावा)। भारत के झारखंड प्रदेश में स्थित सम्मेद शिखरजी जो प्राचीन काल से संपूर्ण जैन समाज के आस्था का केंद्र रहा है उसी तीर्थ की प्राचीनता एवं पवित्रता को नष्ट करने का झारखंड सरकार द्वारा एवं केंद्रीय वन मंत्रालय द्वारा लिये गये निर्णय के विरोध में आज सकल जैन समाज के द्वारा मौन विरोध जुलुस निकाला गया।
सचिव अशोक सुराना एवं रविकांत जैन ने बताया कि मौन जुलूस जैन बगीचा सदर बाज़ार से सिनेमा लाइन होते हुए जिला कार्यालय तक निकाला गया है। जिसमें समाज के सभी मुख्य प्रतिनिधि के साथ-साथ सकल जैन समाज के लोग शामिल हुए और सरकार के इस निर्णय के खिलाफ रोष व्यक्त करते हुए एक ज्ञापन जिला कार्यालय में अपर कलेक्टर डिप्टी कलेक्टर एवं को भारत के राष्ट्रपति, केंद्र सरकार एवं झारखांड राज्य सरकार के नाम से दिया गया। जिसमे सम्मेद शिखर को पर्यटन स्थल से हटाकर एक जैन तीर्थ के रूप में ही रखने का अनुरोध किया गया। इस मौन रैली में सकल जैन समाज के मनोज बैद, खूबचंद पारख, पदम कोठारी, नरेश डकालिया प्रतिनिधियों ने अपने विचार व्यक्त किए।
इस मौन रैली में सकल जैन संघ से मनोज बैद, ओम कांकरिया, राजेंद्र बाफना, राजेंद्र सुराणा, अशोक झांझरी, सूर्यकांत जैन, गौतम पारख, ज्ञानचंद बाफना, उत्तमचंद बाफना, रविकांत जैन, नरेश गोलछा, शैलेंद्र कोठारी, नरेश बैद, राजकुमार बैद, दिनेश कोठारी, दिलीप गोलछा, रेखचंद सांखला, अक्षय मुणोत, आकाश चोपडा सुधेश जैन सहित बहुत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए। जैन समाज के सभी बंधुओं ने इस रैली में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हुए और अपने व्यवसायिक संस्थानों का आधा दिवस का अवकाश रखा। रैली में इतनी बड़ी संख्या में सभी जैन समुदाय के महिला पुरुष की उपस्थिति के लिए सकल जैन समाज की तरफ से मनोज बैद ने आभार व्यक्त किया।