जमकर हुई कांटामारी…. अब सर्वर फेल रूला रहा गरीबों को
राजनांदगांव(दावा)। गत वर्ष 2022 के अंतिम महिनों में केन्द्र सरकार द्वारा प्रति युनिट पांच-पांच किलो के हिसाब से गरीब जरूरतमंदों के लिए खाद्यान्न व्यवस्था की थी। राशन दुकानों से जिसे वितरण करवाया गया था। लेकिन राशन दुकानदारों ने इसमें भी जमकर कांटामारी की व किसी को एक माह का किसी को दो माह का तो किसी को एक भी माह का चांवल नहीं दिया गया, जिससे हितग्राही ठगे से महसूस कर रहे है। जबकि बताया जाता है कि केन्द्र सरकार द्वारा जारी किये गये तीन माह अक्टूबर, नवम्बर, व दिसम्बर में प्रति यूनिट पांच-पांच किलो अतिरिक्त खाद्यान्न का आबंटन किया जा चुका है। हालांकि केन्द्र सरकार का तत्संबंधित कोटा आने में पहले माह थोड़ा विलंब हुआ जिसे अगले माह-नवम्बर में वितरण किया गया था। वह भी किसी को मिला या फिर नहीं मिला। अक्टूबर व दिसम्बर महिने का चांवल कहां गायब हुआ, यह अब तक पता नहीं चल पाया।
इधर खाद्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि हितग्राहियों के लिए तीनों माह का चांवल राशन दुकानों के लिए आबंटित कर दिया गया था। इधर हितग्राहियों के कार्ड में उक्त चांवल अंकित नहीं होने की बात कह ज्यादातर राशन दुकान वालों द्वारा केन्द्र सरकार द्वारा गरीबों के लिए भेजे गये चांवल हड़प लिए गये। लोगों का तो यहां तक कहना है कि गरीबों के हक का उक्त चांवल सीधे बाजार में पहुंच गया है। व्यवसायी इसे खरीद कर लाखों कमा लिए लेकिन जनता के हाथ कुछ भी नहीं लग पाया।
खाद्य भंडारण में विलम्ब
बता दे कि सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत हर माह हितग्राहियां को राशन कार्ड में दर्ज संख्या के आधार पर खाद्यान्न की व्यवस्था सुनिश्चित कराने का प्रावधान रखा गया है। लेकिन जनवरी महिने का अधिकांश राशन दुकानों में पर्याप्त खाद्यान्न भंडारण नहीं हो पाया था। दस दिन बाद खाद्यान्न का भंडारण राशन दुकानों में कराया गया तो हितग्राही खाद्यान्न लेने टूट पड़े लेकिन सर्वर डाउन होने के कारण कई हितग्राहियों को लौट-लौट कर जाना पड़ रहा है। यह समस्या कई महिनों से बनी हुई है। इससे हितग्राही परेशान हो रहे है। राजनांदगांव शहरी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शांति नगर, स्टेशन पारा, लखोली, नया व पुराना ढाबा सहित आसपास के राशन दुकानों में विलम्ब से खाद्यान्न का भंडारण किया गया है।
सर्वर डाउन की समस्या
इधर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के 868 राशन दुकानों में से अधिकांश राशन दुकानों में चांवल से लेकर अमृत नमक सहित अन्य खाद्यान्न का भंडारण नहीं होने से हितग्राही राशन दुकानों का चक्कर काटते नजर आए। बाद में भंडारण होने के पश्चात अब सर्वर डाउन की समस्या लोगों को रूला रही है। एक तो राशन दुकानों में ई. पॉश मशीनों की व्यवस्था कर दिये जाने के कारण खाद्यान्न लेने के दौरान अंगूठा का मिलान नहीं होने पर भी हितग्राहियों को परेशानी उठानी पड़ती है वही सर्वर डाउन होने से भी हितग्राहियों को खाद्यान्न नहीं मिलने पर उल्टे पांव लौटना पड़ रहा है। हालांकि राशन दुकान संचालकों को सर्वर डाउन होने व नीयत समय पर खाद्यान्न आबंटित नहीं होने का अच्छा-खासा बहाना मिल जाता है लेकिन केन्द्र सरकार द्वारा गत वर्ष में तीन माह के लिए भेजे गये पांच-पांच किलो प्रति यूनिट खाद्यान्न देने के मामले में बगले झांकते नजर आते है व खाद्य विभाग द्वारा आबंटन नहीं किये जाने अथवा अन्य कोई बहाना बना कर पल्ला झाड़ लिया जाता है।
इस शिकायत पर जांच कराई जाएगी। राशन दुकानों में निर्धारित समय पर खाद्यान्न भंडारण कर हितग्राहियों को समय पर खाद्यान्न देने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जा रही है। सर्वर डाउन वालों शिकायत पूरे प्रदेश भर में है।
- भूपेश मिश्रा, जिला खाद्य अधिकारी