जिले के सहकारी समितियों में 1 अप्रैल से किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर कृषि ऋण एवं कृषि आदान जैसे बीज,उर्वरकों का वितरण आरंभ हो चुका हैं उप संचालक कृषि जोसेफ टोप्पो ने बताया कि जिले में यूरिया 7197, सुपर फास्फेट 1830, डी.ए.पी. 8156, पोटाश 672, एन.पी.के. 1790, मीट्रिक टन तथा पर्याप्त मात्रा में वर्मी कम्पोस्ट का भण्डारण किया गया है। सहकारी समितियों में किसानों के लिए सरकार द्वारा निर्धारित कीमत पर यूरिया का 266.66 रूपये, डी.ए.पी. 1350 रूपये, एन.पी. के. 1470 एवं पोटाश 1700 रूपये प्रति बैग की दर से वितरण किया जा रहा है। विगत वर्षो में राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय कारकों के कारण उर्वरक आपूर्ति बाधित हुई थी। इसको ध्यान में रखते हुए किसानों को अग्रिम उठाव करने के अपील की गई है। खरीफ मौसम के निकट आते ही खाद की मांग बढ़ जाने के कारण उर्वरक की आपूर्ति प्रभावित होती है।
*खरीदी की रसीद जरूर लें ताकि रूके कालाबाजारी*
किसानों से आग्रह किया गया है कि वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक की आपूर्ति हो रही है एवं आसानी से खाद उपलब्ध है। समस्याओं से बचने के लिए अग्रिम उठाव अवश्य करें। शून्य प्रतिशत ब्याज दर होने के कारण अग्रिम उठाव करने पर भी कोई अतिरिक्त राशि देना नहीं पड़ेगा। सहकारी समितियों के माध्यम से वर्मी कम्पोस्ट खाद का वितरण कृषकों को किया जा रहा है। वर्मी कम्पोस्ट में 0.51 से 1.61 प्रतिशत नाईट्रोजन, 0.19 से 1.02 प्रतिशत फास्फोरस, 0.15 से 0.73 प्रतिशत पोटाश तथा 9.8 से 13.4 प्रतिशत ऑर्गेनिक कार्बन पाया जाता है। इसके उपयोग से मृदा स्वास्थ्य में सुधार, मृदा की जलधारण क्षमता में वृद्धि मृदा की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के साथ-साथ फसलों को अन्य पोषक तत्व उपलब्ध करात है, जिससे फसलों की पैदावार बढ़ती है। सभी किसान अग्रिम उठाव अवश्य करें। शत्-प्रतिशत पॉस के माध्यम से उर्वरक क्रय करें और रसीद अवश्य लें.जिससे उर्वरको की कालाबाजारी को रोका जा सकें।