छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव प्रदेश के पहले डिप्टी सीएम होंगे। बुधवार रात कांग्रेस अध्यक्ष ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। बुधवार को दिल्ली में दिनभर चली कांग्रेस की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सिंहदेव को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, हैं तैयार हम। महाराजा साहब को बधाई। कांग्रेस के इस फैसले को आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि ये नाराज खेमे को खुश करने की कोशिश है।
सरगुजा से निकलकर प्रदेश की सेवा का अवसर मिला…
टीएस सिंहदेव ने दैनिक भास्कर से कहा है कि, आलाकमान ने जो जिम्मेदारी दी है, उसे ईमानदारी से निभाऊंगा। सरगुजा से निकलकर छत्तीसगढ़ की सेवा करने का अवसर मिला है। यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है। सबको साथ लेकर, बेहतर तालमेल के साथ पूरी मजबूती से काम करेंगे। पार्टी से जो भी जवाबदारी मिलेगी उसे निभाते रहेंगे।
पिछले साल छोड़ा था पंचायत मंत्रालय
टीएस सिंहदेव छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनना चाहते थे। ऐसा दावा किया जाता है कि सरकार गठन के वक्त ये तय हुआ था कि पहले ढाई साल बघेल और फिर ढाई साल सिंहदेव सीएम होंगे। लेकिन, ऐसा हुआ नहीं।
इससे नाराज सिंह देव ने 16 अगस्त 2022 को पंचायत एवं ग्रामीण मंत्रालय छोड़ दिया था। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चार पन्नों का लंबा पत्र लिखकर मंत्रालय छोड़ा था।
मंत्रालय छोड़ने का कारण उन्होंने इसका प्रदेश के आवासविहीन लोगों को आवास नहीं मिलना और जनघोषणा पत्र में किए गए वादों का पूरा नहीं होना बताया था। हालांकि, वे स्वास्थ्य और वाणिज्यिकर मंत्री बने रहे।
टीएस सिंहदेव कांग्रेस सरकार के आधार स्तंभों में से एक हैं। 17 दिसम्बर 2018 को उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ मंत्री पद की शपथ ली थी।
उस दौरान मुख्यमंत्री ने केवल दो मंत्री सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू के साथ कैबिनेट का गठन करके सरकार की औपचारिक शुरुआत की थी।