छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस की पांच साल की पारी का अंत हो गया और बीजेपी ने 54 सीटों के साथ फिर सत्ता में वापसी की. चुनाव जीतने के बाद सप्ताह भर तक चले मंथन के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री डिसाइड किया और पूर्व केंद्रीय मंत्री व जशपुर जिले के कुनकुरी विधानसभा से विधायक विष्णुदेव साय से सिर पर ताज सजा दिया. प्रदेश में नई सरकार बनते ही प्रशासन एक्टिव मोड़ पर आ गया और राजधानी रायपुर से सरगुजा तक अवैध अतिक्रमण पर जमकर बुलडोजर से कार्रवाई हुई. इसी कड़ी में सरगुजा जिले के मैनपाट में शासकीय जमीन पर कब्जा करने वालों पर भी एक्शन हुआ है.
दरअसल, जिले के मैनपाट में कांग्रेसी नेताओं सहित अन्य लोगों द्वारा शासकीय जमीनों को अपने नाम पर करा लेने का जमीन फर्जीवाड़ा मामला सामने आया था. जब यह मामला उठा तब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी. सरकारी जमीन पर कांग्रेसी नेताओं ने भी कब्जा जमाया था, शायद इसलिए कार्रवाई धीमी गति पर दिखाई दे रही थी. लेकिन अब सरकार बदलते ही सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार द्वारा फर्जी तरीके से 112 एकड़ जमीन को कब्जा कर व्यक्तिगत नाम में कराने के मामले में कार्रवाई की गई है.
फर्जीवाड़ा किए जाने की वजह से जांच हो रही थी धीमी गति से
जानकारी के अनुसार, मैनपाट ब्लॉक के ग्राम उरंगा, बरिमा सहित कमलेश्वरपुर की शासकीय जमीन को कुछ लोगों द्वारा कब्जा कर अपने नाम करने संबंधी शिकायत ग्रामीणों ने कई बार जनदर्शन सहित कलेक्टर से मुलाकात कर की थी. लेकिन कांग्रेसी नेताओं के द्वारा फर्जीवाड़ा किए जाने की वजह से जांच धीमी गति से की जा रही थी. जमीन माफियाओं द्वारा स्कूल और खेल मैदान सहित जंगल की जमीन को अपने नाम कर लिया था.
कलेक्टर ने दिया कार्रवाई करने का आश्वासन
सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार ने कहा कि 3 महीना पूर्व शिकायतों की जांच की गई. जिसमें कब्जाधारियों द्वारा किसी भी तरह का कोई प्रमाण नहीं दिखाया गया. इसके बाद 112 एकड़ की जमीन को शासकीय मद पर स्थानांतरित कर दिया गया है और इस मामले में सम्मिलित 3 पटवारी और 2 आरआई को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है. वही संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मिलीभगत की कार्रवाई करने का आश्वासन कलेक्टर ने दिया है.
सरकार बदलते ही कार्रवाई देखी जा रही है
बता दें कि, पहले कांग्रेस की सत्ता होने की वजह से जिला प्रशासन भी कार्रवाई करने से झिझक रहा था, क्योंकि मैनपाट के ज्यादातर इलाकों में कांग्रेसी नेताओं ने फर्जीवाड़ा कर जमीन अपने नाम कर लिया था, और ग्रामीणों द्वारा कई बार शिकायत करने के बावजूद भी कार्रवाई नहीं की जा रही थी, लेकिन अब प्रदेश में सरकार बदलते ही कार्रवाई देखी जा रही है. सरगुजा कलेक्टर की इस कार्रवाई के बाद अवैध कब्जाधारियों में हड़कंप मचा हुआ है.