हैदराबाद से आने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंची सुधारानी पाथुरी को होश उस वक्त फाख्ता हो गए, जब एयरपोर्ट के सिक्योरिटी होल्ड एरिया में उनकी नजर अपने हैंड बैग के भीतर गई. उनके हैंड बैग से करीब सात लाख रुपए की कीमत की ज्वैलरी लापता थी. चूंकि, उन्हें आईजीआई एयरपोर्ट से यूएसए के लिए रवाना होना था और फ्लाइट में बहुत थोड़ा वक्त ही बचा था, लिहाजा उन्होंने अपने परिजनों से बात की और यूएसए के लिए रवाना हो गईं.
सुधारानी पाथुरी के परिजनों ने इस बाबत हैदराबाद में एक जीरो एफआईआर दर्ज कराई, जिसको बाद में आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया. आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने इस केस पर काम करना शुरू ही किया था, तभी उन्हें ज्वैलरी चोरी से जुड़ी एक और शिकायत मिल गई. विरेंद्रजीत सिंह नाम के शख्स द्वारा दी गई इस शिकायत में बताया गया था कि एयर इंडिया की फ्लाइट से अमृतसर-दिल्ली-फ्रैंकफर्ट यात्रा के दौरान उनके हैंड बैग से करीब 20 लाख रुपए कीमत की ज्वैलरी चोरी हो गई थी.
मामले की जांच के लिए स्पेशल टीम का हुआ गठन
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, इन दोनों मामलों के संज्ञान में आने के बाद अलग-अलग एफआईआर दर्ज कर मामले की तफ्तीश शुरू की गई. मामले की जांच के लिए एसीपी वीकेपीएस यादव के नेतृत्व में एक डेडिकेटेड टीम का गठन किया गया, जिसमें इंस्पेक्टर राज कुमार, इंस्पेक्टर सुमित कुमार, इंस्पेक्टर अजय यादव, सब इंस्पेक्टर अमित, सब इंस्पेक्टर उमेश, हेड कॉन्स्टेबल विनोद और हेड कॉन्स्टेबल बिरजू शामिल थे. जांच की शुरूआत सीसीटीवी फुटेज के जांच से शुरू की गई.
ऐसे लगा ज्वैलरी पर हाथ साफ करने वाले का सुराग
उन्होंने बताया कि पुलिस टीम ने न केवल दिल्ली एयरपोर्ट, बल्कि हैदराबाद और अमृतसार एयरपोर्ट की सीसीटीवी फुटेज को अच्छी तरह से खंगाला. इतना ही नहीं, वारदात के दिन और समय को ध्यान में रखते हुए हैंड बैग एक्सरे की इमेज को भी अच्छी तरह से खंगाला गया. एयर इंडिया फ्लाइट मैनिफेस्ट की जांच के दौरान पुलिस टीम को एक नाम पर संदेह हुआ. यह नाम वारदात वाली दोनों फ्लाइट्स में मौजूद था. वहीं, जब इस शख्स का फोन किया गया तो पता चला कि इस एयरलाइंस को फर्जी नंबर दिया हुआ था.
आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ गया आरोपी शख्स
डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, जिस डिवासइ से यह शख्स फ्लाइट की टिकट बुक करता था, उसके जरिए इसके सही मोबाइल नंबर की जानकारी हासिल की गई. इसके बाद, मोबाइल सीडीआर के जरिए इस शख्स की लोकेशन का पता किया गया तो पता चला कि यह दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में रहता है और अपना मोबाइल बहुत कम समय के लिए ऑन रखता है. आरोपी के बारे में पुख्ता जानकारी इकट्ठा करने के बाद पुलिस ने छापेमारी कर इसे पहाड़गंज के रिकी डीलक्स गेस्ट हाउस से गिरफ्तार कर लिया गया.
चोरी की ज्वैलरी खरीदने वाला भी हुआ गिरफ्तार
पूछताछ के दौरान, इस शख्स की पहचान राजेश कपूर के रूप में हुई. इसने बताया कि वह रिकी डीलेक्स गेस्ट हाउस का मालिक है. उसकी अपनी मोबाइल शॉप और मनी एक्सचेंज का भी काम है. तलाशी के दौरान इसके कब्जे से पुलिस ने एयरक्राफ्ट से चोरी की गई ज्वैलरी भारी तादाद में बरामद की गई है. पूछताछ में इसने शरद जैन नामक के एक शख्स का भी खुलासा किया. शरद जैन पर आरोपी राजेश कपूर से चोरी की ज्वैलरी खरीदने का आरोप है. पुलिस ने राजेश की निशानदेही पर शरद जैन को भी करोल बैग इलाके से गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपियों की निशानदेही पर हुई बड़ी बरामदगी
डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि दोनों आरोपियों के कब्जे से 4 सोने की अंगूठियां, 2 जोड़ी सोने की बालियां, तीन सोने के कंगन, 2 सोने जंजीरें, 1 सोने का मांग टीका, 6 सोने की सोने की डलियां (418 ग्राम), 3 चाँदी के कंगन, 6 चाँदी की जंजीरें, 1 चाँदी का सिक्का, 660 छोटे-छोटे हीरे सहित कुछ अन्य रत्न बरामद किए गए हैं.