शेयर बाजार में एक सप्ताह पहले अचानक से गिरावट आने लगी थी और यह सिलसिला करीब 5 दिनों तक चला. ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि चुनावी अनिश्चितता के चलते मार्केट में गिरावट आई है और निकट अवधि में यह और गहरा सकती है. लेकिन, भारतीय बाजारों को लेकर यह मिथक गलत साबित हुआ. निचले स्तरों से जबरदस्त खरीदारी से बाजार में फिर तेजी लौट आई. 15 मई को लगातार निफ्टी और सेंसेक्स बढ़त के साथ खुले. हालांकि, ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली होने के बाद बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं. सवाल है कि मार्केट में यह तेजी एकाएक क्यों आई?
दरअसल शेयर बाजार की नजर हमेशा देशी-विदेशी अहम घटनाक्रमों पर रहती है. इनमें सबसे अहम इवेंट अमेरिका के केंद्रीय बैंक के चेयरमैन जिरोम पॉवेल की महंगाई और ब्याज दरों पर कमेंट्री को लेकर थी. वहीं, मार्केट में गहराती गिरावट के बीच केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि मोदी जी की स्थिर सरकार आने वाली है और बाजार निश्चित रूप से ऊपर जाने वाला है. आइये एक्सपर्ट्स से जानते हैं कि बाजार में तेजी का यह सिलसिला जारी रहेगा और किन स्तरों पर खरीदारी करनी चाहिए.
अमेरिका से सकारात्मक संकेत
फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 2024 तक अमेरिका में महंगाई की दर में गिरावट जारी रहेगी जैसा कि पिछले साल हुआ था. हालांकि, पहली तिमाही के दौरान कीमतें उम्मीद से ज्यादा तेजी से बढ़ने के बाद उनका विश्वास थोड़ा गिर गया था. एसबीआई सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने कहा, यूएस फेड प्रमुख पॉवेल ने स्वीकार किया है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था मजबूत स्थिति में है, लेबर मार्केट के साथ-साथ व्यावसायिक निवेश में भी मजबूती दिखाई दे रही है. हालांकि, उन्होंने कहा है कि मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए नीतिगत प्रतिबंध अधिक समय तक जारी रह सकते हैं. लेकिन, उन्होंने स्पष्ट रूप से ब्याज दरों में किसी भी बढ़ोतरी से इंकार कर दिया है, जो ग्लोबल इक्विटी मार्केट के नजरिए से सकारात्मक होगा.
400+ सीटों का दावा
शेयर बाजार में पिछले कुछ दिनों से जारी गिरावट पर इसलिए भी ब्रेक लगा कि जब केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने शेयर बाजार में चल रही गिरावट को चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. अमित शाह ने कहा, “भले ही चुनावी अटकलों के कारण बाजार में कमजोरी आई हो, 4 जून (चुनाव नतीजों की तारीख) से पहले स्टॉक खरीदें…वे तेजी से बढ़ेंगे..” उन्होंने कहा, “मैं शेयर बाजार के लिए आंकलन नहीं कर सकता, लेकिन सामान्य तौर पर जब स्थिर सरकार आती है तो शेयर बाजार बढ़ता है. इसलिए कह रहा हूं कि 400 पार होने वाला है और मोदी जी की स्थिर सरकार आने वाली है. निश्चित रूप से बाजार ऊपर आने वाला है.”
एसबीआई सिक्योरिटीज के सुदीप शाह ने कहा, निफ्टी के लिए अब 22080-22210 अहम सपोर्ट होगा, जबकि 22300-22320 के स्तर पर प्रतिरोध का सामना कर सकता है. लेकिन, 22320 के ऊपर निकलने पर निफ्टी में शॉर्ट कवरिंग के चलते तेजी आएगी और 22420-22450 तक के लेवल देखने को मिल सकते हैं.