ताइवान के बेहद नजदीक चीन की फौजी घेराबंदी साबित करती है कि ड्रैगन किसी भी वक्त हमला करके कब्जा कर सकता है. चीन ने महज 24 घंटे के अंदर ताइवान के खिलाफ बहुत बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू करके एक तरह से युद्ध की शुरुआत कर दी है. जो खबरें आ रही हैं उसके मुताबिक, चीन ने ताइवान को चारों तरफ से घेर लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने 24 घंटे के अंदर ताइवान के खिलाफ अपनी सेना, नौसेना, वायुसेना और रॉकेट फोर्स को तैनात कर दिया है.
खबर के मुताबिक, चीन ने अपने सबसे बेहतरीन हथियारों को ताइवान के खिलाफ उतारा है. हैरानी की बात तो यह है कि चीन का ये फौजी पैंतरा ताइवान के साथ-साथ पूरी दुनिया को हैरान कर रही है. दावा किया गया है कि चीन ने ताइवान स्ट्रेट, उत्तर, दक्षिण ताइवान और पूर्वी ताइवान को चारों तरफ से घेरा है. चीन ने वायुसेना, नौसेना और रॉकेट फोर्स को पूरी क्षमता के साथ ताइवान के खिलाफ तैयार कर दिया है. चीन ने अपनी सैन्य ड्रिल को पनिशमेंट ड्रिल नाम दिया है.
हैरानी की बात तो यह है कि तीन दिन पहले ही ताइवान में नए राष्ट्रपति विलियम लाई चिंग-ते ने शपथ ली है, जिन्हें चीन का कट्टर विरोधी माना जाता है. इसीलिए चीन ने ताइवान के नए राष्ट्रपति विलियम लाई चिंग-ते को वॉर ड्रिल के जरिए धमकी दी है. चीन किसी भी वक्त ताइवान के इलाकों पर कब्जा कर सकता है. ताइवान के नए राष्ट्रपति विलियम लाई चिंग-ते ने चीन की इस हरकत पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
क्या कहा ताइवान के राष्ट्रपति ने?
ताइवान के राष्ट्रपति विलियम लाई ने कहा है कि देश की रक्षा और सलामती के लिए मैं अपनी फौज के सभी भाइयों और बहनों के साथ पहली पंक्ति में खड़ा रहूंगा. इस समय पूरी दुनिया का ध्यान ताइवान पर बहुत ज्यादा है. बाहरी चुनौतियों और खतरों का सामना करते हुए हमें लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा करना, क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की रक्षा करना जारी रखेंगे.
चीनी सेना ताइवान के इलाके में क्या कर रही है?
चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानि पीएलए की ईस्टर्न थिएटर कमान ने कहा कि उन्होंने सुबह 7.45 बजे ताइवान के आसपास संयुक्त मिलिट्री ड्रिल शुरू की है. उसके आसपास के ताइवान के नियंत्रण वाले द्वीपों किन्मेन, मात्सू, वुकिउ और डोंगयिन को भी चीनी सेना ने टारगेट किया है. ताइवान की घेराबंदी करने के लिए चीन ने अपने सबसे उन्नत लड़ाकू विमान जे-20 और जे-16, टाइप 052 डी गाइडेड मिसाइल विध्वंसक, डीएफ मिसाइल और लंबी दूरी के रॉकेट लांचर को समुद्र में उतारा है. चीनी सेना ने इस सैन्य अभ्यास को ताइवान की आजादी चाहने वालों के लिए सजा बताया है. पूर्वी थियेटर कमान के प्रवक्ता ली शी ने कहा कि हमारे ऑपरेशन का कोड का नाम ज्वाइंट स्वोर्ड-2024A रखा गया है.
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि चीन के पूर्वी थिएटर कमांड द्वारा ताइवान द्वीप के आसपास के क्षेत्र में संयुक्त अभ्यास और प्रशिक्षण कर रहा है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की ड्रिल का मकसद क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को महफूज करना है, साथ में ताइवान में स्वतंत्रता की मांग करने वाली अलगाववादी ताकतों को सख्ती से दंडित करना है.