दिल्ली पुलिस ने अब देश के सभी बड़े गैंगस्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए एक स्पेशल ऑपरेशन चलाया है. इसके तहत अब तक देश के पांच कुख्यात गैंगस्टरों के 16 मेंबरों को गिरफ्तार किया गया है. बताया जा रहा है कि एक बार फिर जरायम की दुनिया में पंजाब की एक युवती ने कदम रखा है. जो सीमा पार बैठे गैंगस्टरों से सपंर्क में थी. पंजाब की रहने वाली युवती को एक नामी गैंगस्टर के गैंग में बंपर भर्ती का टास्क दिया गया था. इसे देखते हुए पहली बार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गैंगस्टरों के करीब 200 सोशल मीडिया अकाउंट बन्द किए हैं.
गैंगस्टर्स के खिलाफ ‘नो नेम नो फेम ऑपरेशन’
सुरक्षा एजेंसियों के आंकड़े बताते हैं कि देश के 5 बड़े गैंगस्टरों में अकेले लॉरेश विश्नोई के खेमे में करीब 200 से ज्यादा युवा सोशल मीडिया के जरिये भर्ती हुए हैं. यह आंकड़ा सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के बाद से लगातार बढ़ता ही जा रहा था. ये सुरक्षा एजेंसियों के लिए मुश्किलें बढ़ाने वाला है क्योंकि युवा और नाबालिग लड़कों को गैंगस्टर अपने कुनबे में शामिल कर आसानी से अपने टारगेट को न केवल पूरा करते है बल्कि नाबालिग जल्द बाल सुधार गृह से बाहर आकर जरायम की दुनिया मे अब सिर्फ प्यादे नहीं रह जाते हैं बल्कि बड़े टास्क पूरा करने में माहिर भी हो जाते हैं.
पढ़े-लिखे युवा भी चंगुल में फंसे
वहीं देश के पढ़े-लिखे युवा और बेरोजगार नौजवान भी इन गैंगस्टरों के सोशल मीडिया अकाउंट से अट्रैक्ट होकर अपराधी न बनें, इसलिए दिल्ली पुलिस ने एक नई पहल की शुरुआत की है. इसके तहत दिल्ली पुलिस अब एक तो गैंगस्टर्स के सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखेगी और उन्हे ब्लॉक करवाएगी. अब जब भी अपराधियों के गुर्गे पकड़े जाएंगे तो न तो गैंगस्टर्स के नाम सामने आएंगे और न ही उनके गुर्गों के. बदनाम हुआ तो क्या नाम न हुआ, इस कहावत को दिल्ली पुलिस ने अब शायद अच्छे से समझ लिया है. इसलिए डर के नाम पर चलने वाले गैंगस्टर्स के धंधे पर पुलिस सीधा चोट करना चाहती है.
गैंगस्टर्स के खिलाफ बड़े ऑपरेशन
स्पेशल सेल के डीसीपी अमित कौशिक का कहना है की वो और उनकी टीम गैंगस्टर्स के खिलाफ काम करेगी लेकिन गैंगस्टर्स के नाम सामने नहीं आयेंगे. दरअसल डीसीपी अमित कौशिक की टीम ने पिछले पांच दिनों में गैंगस्टर्स के खिलाफ पांच ऑपरेशन चलाए. डीसीपी अमित कौशिक ने अलग-अलग टीम बनाई और इन टीमों को एसीपी ललित मोहन नेगी,वेदप्रकाश, इंस्पेक्टर सतीश राणा, इंस्पेक्टर शिव कुमार ने लीड किया. इन पांच ऑपरेशनों में पुलिस ने कुल 15 गैंगस्टर को गिरफ्तार किया. इनमें से पांच ऐसे हैं, जो नए रिक्रूटी हैं. यानी इन पांच के खिलाफ अब तक कोई मामला कहीं भी दर्ज नहीं है. यह पांचो गैंगस्टर के सोशल मीडिया अकाउंट्स को देखकर अय्याशी से जी रही उनकी जिंदगी को देखकर जुर्म के रास्ते पर चल पड़े थे. पहला अपराध कब और कहां करना है, यह भी इन्हें बता दिया गया था. लेकिन इसके पहले कि वह जुर्म के रास्ते पर आगे बढ़ते पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया.
पुलिस का पहला ऑपरेशन जालंधर पंजाब में चला. पुलिस की टीम ने वहां से एक लेडी डॉन और उसके साथी को गिरफ्तार किया. इन दोनों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता लगा कि उन्होंने विदेश में बैठे एक गैंगस्टर के लिए तीन नए लड़कों को रिक्रूट किया है. 21 जून को चले इस ऑपरेशन में दिल्ली पुलिस ने फिर कश्मीरी गेट के पास से तीन 19 साल के लड़कों को गिरफ्तार किया. जिनके पास से पुलिस ने पिस्तौल और गोलियां भी बरामद की. इन तीनों के खिलाफ फिलहाल कोई मामला दर्ज नहीं था. लेकिन इनको टारगेट फिक्स कर दिए गए थे. इनमें से किसी को कत्ल करना था, तो किसी को जबरन उगाही के लिए किसी व्यापारी को डराने के लिए गोली चलानी थी.
दूसरा ऑपरेशन 19 और 20 जून को चला. इस ऑपरेशन के तहत दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने छावला इलाके से एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया. यह शूटर है. दिल्ली के छावला से गिरफ्तार इस शूटर के खिलाफ हत्या, हत्या की कोशिश जैसे मामले दर्ज हैं. पुलिस के मुताबिक फरीदाबाद में एक हत्या में भी यह वांटेड में था.
तीसरा ऑपरेशन 21 जून की रात चला. इस दौरान पुलिस ने कुल 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. यह अलग-अलग गैंग से जुड़े हुए हैं. इनमें से एक को छोड़कर बाकी चार का आपराधिक रिकॉर्ड है. इनमें से एक के पास से पुलिस ने पिस्तौल और गोलियां भी बरामद की है.
चौथे ऑपरेशन के तहत दिल्ली पुलिस ने फरीदाबाद से एक शूटर को गिरफ्तार किया. आरोप है कि इसने फतेहपुर बेरी में क्लब ओनर पर गोली चलाई थी.
पांचवा ऑपरेशन 21 जून को किया गया और इस दौरान भी पुलिस ने अलग-अलग गैंगस्टर से जुड़े शूटरों को गिरफ्तार कर उनके पास से पिस्तौल बारामद की है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि ये सभी बदमाश किसी ने किसी गैंग से जुड़े हुए थे और जल्द ही बड़ी वारदातों को अंजाम देने वाले थे. दरअसल पिछले 1 महीने में जिस तरीके से खासतौर से पश्चिमी दिल्ली में आपराधिक वारदातें हुई हैं, गैंगवार हुए हैं, उसको देखते हुए दिल्ली पुलिस ने इन पांच ऑपरेशन को अंजाम दिया. साथ ही साथ जिस तरीके से गैंगस्टरों को ग्लैमराइज कर देने वाले लाइफस्टाइल को देखकर जो युवा उनके गैंग से जुड़े थे, उन पर भी लगाम लगाने की कोशिश की है.