रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक पति पत्नी में 2 भाइयों के साथ ठगी की है। उन्होंन में जूनियर इंजीनियर के पद पर नौकरी लगाने के बहाने 18 लाख रुपए वसूल लिए, फिर कहा कि सलेक्शन लिस्ट निकलते ही नौकरी पक्की हो जाएगी।
2 साल तक जब भाइयों को नौकरी नहीं मिली तो गुढय़िारी थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है।
अविनाश धरडे ने गुढय़िारी थाने में एफआईआर दर्ज करवाते हुए पुलिस को बताया कि आरोपी अविनाश सिंह ठाकुर उसका स्कूल में टीचर था। जिस वजह से उसकी जान पहचान थी।
वर्तमान में आरोपी सीएसईबी गुडिय़ारी में नौकरी करता है। अक्टूबर 2021 में आरोपी अविनाश ने पीड़ित और उसके भाई अनुराग को कहा कि वह दोनों की सीएसईबी में जूनियर इंजीनियर के पद पर नौकरी लगवा देगा।
आरोपी ने अपने पत्नी के बैंक में डलवाए रुपए
आरोपी ने पीडि़त अविनाश धरडे को कहा कि नौकरी के बदले मोटी रकम लगेगी। इसके बाद उसने अपनी पत्नी गरिमा सिंह ठाकुर के अकाउंट में पीडि़त से कई किस्तों में 13 लाख 18 हजार रुपए डलवा दिए। साथ ही 5 लाख रुपए नगद ले लिए। आरोपी ने कुल 18 लाख रुपए वसूल कर लिए।
एग्जाम दिलवाया, कहा-लिस्ट में नाम पक्का
आरोपी अविनाश ने दोनों भाइयों को जूनियर इंजीनियर पद के लिए निकले एग्जाम को दिलवाया। फिर कहा कि सलेक्शन लिस्ट में नाम पक्का होगा। लेकिन एग्जाम की दो बार लिस्ट निकली भाइयों का नाम उसमें नहीं था। जिससे उन्हें ठगी का एहसास हुआ। फिर पूरा मामला पुलिस थाने पहुंचा।
पति-पत्नी दोनों गिरफ्तार
इस मामले में गुढय़िारी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया। इस बात की भनक लगते ही पति-पत्नी दोनों फरार हो गए। लंबे समय तक खोजबीन करने के बाद पुलिस ने पत्नी गरिमा सिंह ठाकुर और पति अविनाश सिंह ठाकुर को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है।