नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र में बड़ा हादसा हुआ है। यहां के रतीभानपुर गांव में चल रहे भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई। इस हादसे में 50
अब तक 25 शव एटा पोस्टमार्टम गृह पर लाए गए हैं। मृतकों में कई महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल है। घटनास्थल एटा सिकंदराराऊ के बार्डर पर है। घायलों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल लाया गया है। घटना की सूचना मिलने के बाद डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल मौके पर पहुंच गए हैं।
एटा शहर के मोहल्ला वनगांव के रहने वाले रामदास की पत्नी सरोज लता की भी मौत हो चुकी है। उनके बेटे और बहू की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि मृतक हाथरस और एटा के रहने वाले हैं। मृतकों के शवों को अलीगढ़ और एटा पहुंचाया जा रहा है।
लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि 100 के करीब लोग बेहोश हो गए हैं।
जानकारी के अनुसार, मरने वालों और घायलों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। सत्संग में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी। सत्संग समाप्त हुआ उसके बाद लोग वहां से जाने लगे। इसी दौरान निकलने की जल्दी में भगदड़ मच गई। लोग एक दूसरे को देख ही नहीं रहे थे। महिलाएं और बच्चे गिरते चले गए। भीड़ उनके ऊपर से दौड़ रही थी। कोई बचाने वाला नहीं था। चीख पुकार मची हुई थी
अब तक 27 शव एटा अस्पताल लाया गया
एटा एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक आयोजन चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई। एटा अस्पताल में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, 3 बच्चे और 1 पुरुष शामिल हैं। आगे की जांच की जा रही है।