पेंड्रा। छत्तीसगढ़ के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में आदिवासी नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म मामले में पुलिस ने आरोपी शिक्षक की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी शिक्षक पिछले 12 साल से दुष्कर्म कर रहा था। इसके पहले पुलिस ने आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया था। उसकी पत्नी को भी गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि जीपीएम जिला में एक सरकारी स्कूल के शिक्षक पर नाबालिग लड़की को बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया था। इस घटना के खुलासे के बाद गौरेला थाना में पीड़ित लड़की की रिपोर्ट पर पुलिस ने 9 मई को शिक्षक महेंद्र सोनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था। इस मामले में शिक्षक महेंद्र सोनी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही थी। पीड़ित लड़की ने कोर्ट में दिये अपने बयान में बताया कि उसके साथ शिक्षक की अधिवक्ता पत्नी के द्वारा भी बर्बता की गयी। पीड़िता ने बताया कि उसे बंधक बनाकर भूखा रखा जाता था, दिन भर में उसे सिर्फ एक वक्त ही खाना दिया जाता था।
पति द्वारा उसके साथ दुष्कर्म की घटना किये जाने के बाद भी महिला वकील ने पति का ही साथ दिया। इस खुलासे के बाद कोर्ट ने पुलिस को जांच उपरांत महिला वकील पर भी कार्रवाई का निर्देश दिया था। पुलिस की जांच में महिला वकील संगीता सोनी के आरोपी पाये जाने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से महिला वकील की जमानत याचिका कोर्ट ने खारिज कर दिया। जिसके बाद न्यायिक रिमांड पर महिला वकील को जेल दाखिल कर दिया गया है। वहीं पुलिस की इस कार्रवाई के बाद जीपीएम जिला के अधिवक्ताओं द्वारा विरोध किया जा रहा है।
एसडीओपी गौरेला श्याम सिदार ने बताया कि, विवेचना के दौरान आरोपी शिक्षक महेन्द्र सोनी की पत्नि संगीता सोनी के भी पति के अपराधिक कृत्य में सहयोग करने के सबूत मिले थे। जिसके बाद संगीता सोनी को पुलिस ने गौरेला थाना में बयान दर्ज कराने के लिये बुलाया और बाद में गिरफ्तार कर लिया। संगीता सोनी पेशे से वकील हैं। उनकी गिरफ्तारी पर पुलिस के रवैये की स्थानीय अधिवक्ताओं ने निंदा की है और इसे गलत ठहराया है।
उन्होंने आगे कहा कि, संगीता सोनी को गिरफ्तार करने के बाद संगीता सोनी को स्पेशल एडीजे कोर्ट में पेश किया गया। जहां उनकी जमानत अर्जी को कोर्ट ने खारिज कर दिया गया था। जिसके बाद उनको बिलासपुर जेल शिफ्ट कर दिया गया है। वहीं अधिवक्ता साथी की गिरफ्तारी के विरोध में जिले के वकील विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। जबकि पुलिस की ओर से एसडीओपी श्याम सिदार ने वकीलों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुये नियमानुसार ही गिरफ्तारी और कार्यवाही करने की बात कही है