शिवनाथ नदी से कांवर में जल लाने कावरियों की उमड़ी भीड़ सुरक्षा का कोई प्रबंध नहीं
राजनांदगांव । श्रावण मास के प्रथम सोमवार को शहर सहित पूरे अंचल भर में शिव भक्ति की बयार रही। शिव भक्तों ने जल मदिरों में जाकर भगवान भोलेनाथ शिव की पूजा अर्चना की वही बोल बम कावरियों ने शिवनाथ नदी से जल लाकर शहर के शिव मंदिरों में चढ़ाए। इस दौरान कावरियों के बोल बम की गूंज से पूरा माहौल गुंजाय मान हो उठा।
सुबह तकरीबन साढ़े पाच-छह बजे से ही कावर में जल लाने वाले कावरियों के बोल बम उच्चारण से पूरा माहौल धर्ममय व शिवमय बना रहा। बता दे कि श्रावण मास में भगवान शिव पर की जलाभिषेक किए जाने की मान्यता है। इससे भगवान शिव प्रसन्न रहते है।
इस मान्यता को अंगीकार करते हुए बोल के कावरिया शिवनाथ नदी से कावर में जल लाकर शहर के शिव मंदिरों में चढ़ाते है। इसके चलते शिवनाथ नदी में बोल बम कांवरियों की भीड़ उमड़ी रहती है। चूंकि इन दिनों शिवनाथ नदी में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। शहर की जीवनदायिनी नदी पूरे उठान पर है। ऐसे में बड़ी संया में कावरियों कांवर में नदी का जल भरते समय वहां सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं होने पर गंभीर हादसा भी हो सकता है। नदी का बहाव तेज होने से भी किसी के गिर जाने का खतरा बना हुआ है।
बोल बम कांवरिए नदी तट पर जब भरने के लिए एकत्रित हो रहे है। इससे उनके पैर फिसलने का भी खतरा बना हुआ है। प्रशासन द्वारा नदी तट पर किसी तरह के बेरिकेट वपुलिस जवानों की व्यवस्था की गई है और न ऐसी घटना होने पर तैराक नजर आ रहे है।
बता दे कि उफनती नदी को देखने के लिए शहर के लोग भी यहां पहुंच रहे है। इससे किसी भी पल हादसा होने का डर बना हुआ है। सबसे ज्यादा खतरा बोल बाम कावरियों के नदी में घुस कर कांवर में जल भरने की है। ऐसे कावरियों को नदी में घुसने से मना करने वाला भी कोई नजर नहीं आ रहा। प्रशासन इस ओर से पूरी तरह बेफिक्र बना हुआ है। लोगों का कहना है कि नदी में कोई गंभीर हादसा होने पर ही प्रशासन जागेगा। बहरहाल बोल बम कावरियों की सुरक्षा के अभावों के बीच शिवनाथ नदी से कावर में जल लाने का कार्य बादस्तूर जारी है। बोल बाम के उच्चार से शहर गुंजायमान हो रहा है।