‘जेंडर टेस्ट’ में नाकाम दो बॉक्सर को पेरिस ओलंपिक 2024 में महिला कैटेगरी में एंट्री देने का इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) का फैसला विवाद का कारण बन गया है. अल्जीरिया की ईमेन खेलिफ और ताइवान की लिन यु टिंग को जेंडर एलिजिबिलिटी टेस्ट में नाकाम रहने के बाद 2023 की वर्ल्ड बॉक्सिंग टेस्ट चैंपियनशिप से डिसक्वालिफाई कर दिया गया था. इसके बावजूद आईओसी ने इन्हें पेरिस ओलंपिक में भाग लेने की इजाजत दी है. यह फैसला ज्यादातर लोगों को रास नहीं आ रहा. कई महिला बॉक्सरों ने इसे अपने साथ अन्याय बताया है. मजे की बात यह है कि खेलिफ और टिंग ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी-अपनी बॉक्सिंग इवेंट के फाइनल में स्थान बनाकर गोल्ड या सिल्वर मेडल सुनिश्चित कर लिया है.
ओलंपिक गेम्स में विवाद का यह पहला मौका नहीं है. इससे पहले भी यह खेल आयोजन में ऐसे मामले सामने आते रहे हैं. 1990 के दशक में एक HIV पॉजिटिव एथलीट अमेरिका के ग्रेग लुगानिस (Greg Louganis) ने ओलंपिक की डाइविंग इवेंट में न केवल हिस्सा लिया था बल्कि चार गोल्ड सहित 5 मेडल जीते थे. HIV पॉजिटिव यानी ह्यूमन इम्यूनोडेफिसिएंसी वायरस (Human immunodeficiency virus) किसी व्यक्ति के टी-सेल्स को खत्म करके इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है, इससे शरीर को किसी भी बीमारी से उबरने में मुश्किल होती है. HIV की आखिरी स्टेज एड्स (AIDS) है जो बेहद संक्रामक है. कोविड-19 की तरह एड्स संक्रमण ने भी एक समय दुनिया में खौफ पैदा कर दिया था. एड्स का पक्का इलाज अब तक खोजा नहीं जा सका है. एक बार HIV इंफेक्शन होने के बाद शरीर इससे छुटकारा नहीं पा सकता. हां, दवाओं के जरिये इसे नियंत्रित कर जटिलताओं को रोका जा सकता है.
लुगानिस की गिनती दुनिया के महान डाइवर्स में की जाती है. 1988 के ओलंपिक में भाग लेने के समय तक लुगानिस ने HIV पॉजिटिव होने की बात सबसे छुपाकर रखी थी. इस ओलंपिक में पार्टिसिपेट करने के दौरान लुगानिस का सिर डाइविंग प्लेटफॉर्म से टकरा गया था. हादसे के बाद लुगानिस खौफ से भर उठे थे. उन्हें इस बात का डर सता रहा था कि यदि खून की कुछ बूंद, स्वीमिंग पूल के पानी में मिल गईं तो पार्टिसिपेट कर रहे अन्य डाइवर भी HIV इनफेक्शन का शिकार हो सकते हैं. खुशकिस्मती से ऐसा नहीं हुआ और ‘बड़ा हादसा’ होने से बच गया.
मांट्रियल में जीता पहला ओलंपिक मेडल
लुगानिस की बात करें तो बचपन से ही उन्हें डाइविंग लुभाती थी. 10 वर्ष की कच्ची उम्र से ही उन्होंने इसके मुकाबले में भाग लेना शुरू कर दिया था. अपने कौशल के कारण उन्होंने प्रशंसा हासिल की और 16 साल की उम्र में पहली बार ओलंपिक में हिस्सा लिया. 1976 के मांट्रियल ओलंपिक में लुगानिस ने 10 मीटर प्लेटफॉर्म डाइविंग इवेंट में गोल्ड जीता और इसके बाद दुनिया के सर्वश्रेष्ठ डाइवर के तौर पर खुद को स्थापित कर लिया.
..तो और ज्यादा हो सकती थी ओलंपिक गोल्ड की संख्या
1980 के ओलंपिक, रूस (तत्कालीन सोवियत संघ) के मॉस्को में आयोजित हुए थे. अफगानिस्तान पर सोवियत संघ के आक्रमण के विरोध में अमेरिका और उसके समर्थक देशों ने इन ओलंपिक का बायकॉट किया था. ऐसे में लुगानिस इस ओलंपिक में भाग लेने से वंचित हो गए. यदि मॉस्को ओलंपिक में उन्हें भाग लेने का मौका मिलता तो वे अपने मेडल्स की संख्या और बढ़ा सकते थे. बहरहाल, 1984 के लॉस एंजिलिस ओलंपिक में इसकी भरपाई करते हुए उन्होंने दो गोल्ड हासिल किए. होम क्राउड की हौसला अफजाई के बीच उन्होंने 3 मीटर स्प्रिंगबोर्ड और 10 मीटर प्लेटफॉर्म इवेंट का गोल्ड जीता और ओलंपिक के 56 साल के इतिहास में यह ‘डबल’ हासिल करने वाले पहले ओलंपियन बने.
सिओल में ‘मिशन गोल्ड’ के दौरान प्लेटफॉर्म से टकराया था सर
चार साल बाद, 1988 के सिओल ओलंपिक (Seoul Olympics 1988) में भाग लेने वाले अमेरिकी दल में भी लुगानिस शामिल थे. इस ओलंपिक के छह माह पहले ही उन्हें HIV पॉजिटिव होने का पता लगा था लेकिन जोखिम उठाते हुए वे ओलंपिक से नहीं हटे.सिओल में उन्हें चीन के कम उम्र के डाइवर्स से कठिन चुनौती मिली लेकिन उन्होंने 3 मीटर स्प्रिंगबोर्ड और 10 मीटर प्लेटफॉर्म इवेंट के अपने टाइटल को डिफेंड किया और फिर दो गोल्ड जीतकर लौटे.
इसी ओलंपिक की 10 मीटर प्लेटफॉर्म इवेंट के दौरान उनका सिर कंक्रीट के स्ट्रक्चर से टकरा गया था और वे इंफेक्शन फैलने की आशंका से डर गए थे. ओलंपिक में चार गोल्ड और एक सिल्वर जीतने वाले लुगानिस ने तीन वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी 6 गोल्ड हासिल किए. डाइविंग छोड़ने के बाद लुगानिस ने 1995 में सार्वजनिक तौर पर स्वीकार किया कि वे HIV पॉजिटिव हैं. कई वर्षों के बाद यह खुलासा करने के लिए उन्हें आलोचना का सामना भी करना पड़ा. ओलंपिक में मेडल जीतने की निजी महत्वाकांक्षा के लिए दूसरे पार्टिसिपेंट्स की जान जोखिम में डालने का आरोप उन पर लगा.
लुगानिस पर लग चुका है ‘गे’ होने का आरोप
डाइविंग करियर खत्म होने के बाद लुगानिस ने कोचिंग शुरू की. वे 2012 और 2016 के ओलंपिक में भाग लेने वाली अमेरिकी टीम के मेंटोर थे. उन पर गे (समलैंगिक) होने के आरोप भी लगते रहे हैं. वे समलैंगिक अधिकार और एचआईवी के खिलाफ जागरूकता फैलाने के अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते रहे हैं. कुछ फिल्मों में भी उन्होंने काम किया है जिसमें ‘टच मी’ और ‘एनकरेज’ शामिल हैं.