मोहला- ब्लाक के ग्राम पंचायत सोमाटोला के आंगनबाड़ी केंद्र-A में जाने वाले बच्चों पर जान का खतरा हमेशा मंडराता रहता है ! आंगनबाड़ी केंद्र की टूटती-उखड़ती ,टपकती छत और धंसी हुई फर्श बच्चों के सर पर मंडरा रहे खतरे को बयां कर रही है ! इस खतरे से अवगत होने के बाद भी महिला बाल विकास विभाग द्वारा इस ओर ध्यान नही दिया जा रहा है ! विभाग के इस रवैय्ये से लग रहा है कि शायद बच्चो के जान के साथ खिलवाड़ करने का मन बनाकर बैठा हुआ है विभाग !
ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी अनुसार इस आंगनबाड़ी भवन का निर्माण 1995-96 में हुआ था,तब से समय-समय पर देखरेख के आभाव में यह भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है,फर्श के नीचे पोलापन आ चुका है एवं कई-कई जगह फर्श नीचे धंस गए है ! छत भी कई जगहों से परत छोड़ चुका है, छड़े बाहर झांक रहे है ! सोमाटोला के ग्रामीणों ने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत रसोइया हादसे का शिकार होते बाल बाल बची है ! कुछ दिनों पहले किचन में खाना बनाते समय छत की बड़ी परत रसोइया के ऊपर गिरने ही वाला था कि अचानक किसी काम से दूसरी ओर झुकने के कारण वह बच पाई !
इस विषय में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्र A भवन की जर्जर स्थिति में होने से हमेशा हादसे का डर बना रहता है ! इस समस्या के बारे में गांव के सरपंच-सचिव से लेकर विभाग के उच्च अधिकारियों को दो साल से अवगत कराया जा रहा है !