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यहां बनेगा देश का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक बस डिपो, आप इसमें कार, स्‍कूटर भी कर सकेंगे चार्ज

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देश की राजधानी दिल्‍ली में भारत का सबसे बड़ा बहु-स्तरीय इलेक्ट्रिक बस डिपो (India’s Largest Electric Bus Depot) बनेगा. पांच एकड़ में बनने वाले इस डिपो में इलेक्ट्रिक बसों को खड़ा करने और उनकी मेंटनेंस की सुविधा तो होगी ही, आमजन भी अपने इलेक्ट्रिक व्‍हीकल चार्ज कर सकेंगे. वसंत विहार में बनने वाले इस डिपो में सरकारी कार्यालय भी स्‍थापित किए जाएंगे. इस डिपो की बिल्डिंग इस तरह बनाई जाएगी, जिससे की वाहनों के आने-जाने पर कंपन नहीं होगा. और इसमें ग्राउंड फ्लोर सहित चार मंजिलें होंगी. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने यह जानकारी दी है.

कैलाश गहलोत ने कहा, “हम वसंत विहार में भारत का पहला और सबसे बड़ा बहु-स्तरीय इलेक्ट्रिक बस डिपो बनाने की दिशा में पहला कदम उठा रहे हैं. एक बार यह पूरा हो जाने पर, यह अत्याधुनिक, स्मार्ट और टिकाऊ इलेक्ट्रिक बस डिपो भारत के सार्वजनिक परिवहन ढांचे के इतिहास में एक आधुनिक प्रतीक के रूप में उभरेगा.” वसंत विहार के अलावा हरि नगर में भी एक बहु-स्‍तरीय डिपो बनाया जाएगा. वसंत विहार डिपो में एक साथ 400 इलेक्ट्रिक बसें खड़ी हो सकेंगी, जबकि हरि नगर डिपो की क्षमता 320 बसों की होगी.

दिल्‍ली में चल रही है 1970 बसें
दिल्‍ली में इस समय कुल 1970 इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं. इनमें से 1570 का संचालन डीटीसी कर रही है, जबकि दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम द्वारा संचालित क्लस्टर बस सेवा के बेड़े में 400 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं. डीटीसी कुल 4,536 बसों का संचालन करती है, जिसमें 2,966 सीएनजी बसें और 1,570 इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं. जबकि दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम द्वारा संचालित क्लस्टर बस सेवा में 3,147 बसें शामिल हैं, जिनमें 2,747 सीएनजी और 400 इलेक्ट्रिक बसें हैं.
बढ रही हैं इलेक्ट्रिक कारें
मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि इलेक्ट्रिक बस डिपो में निजी इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के लिए भी विशेष स्थान होगा. पिछले दो वर्षों में निजी इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में तेजी आई है. 2021 में, राजधानी में 1,526 निजी इलेक्ट्रिक कारें बेची गईं. यह आंकड़ा 2022 में बढ़कर 3,114 और 2023 में 5,800 हो गया. वाणिज्यिक इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में भी बड़ी वृद्धि देखी गई है। 2021 में, 426 वाणिज्यिक इलेक्ट्रिक कारें बेची गईं, जो 2022 में बढ़कर 2,515 और 2023 में 2,453 हो गईं.
पीपीपी मॉडल पर आधारित है परियोजना

दिल्‍ली सरकार के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि इलेक्ट्रिक बस डिपो बनाने की परियोजना सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल पर आधारित होगी. इसमें से कुछ हिस्सों का उपयोग संपत्ति विकास के लिए किया जाएगा. इसका मतलब है कि वसंत विहार डिपो में चार्जिंग स्‍टेशन और बसों के रखरखाव के अलावा अन्‍य गतिविधियां भी होंगी. हरि नगर में विकसित किए जाने इलेक्ट्रिक बस डिपो में रेस्तरां और वाणिज्यिक दुकानें बनाने की भी योजना है.
केवल इलेक्ट्रिक वाहन ही खरीदेगी दिल्‍ली सरकार
दिल्ली सरकार ने केवल इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद का निर्णय लिया है. इनके संचालन और रखरखाव के लिए सुदृढ ढांचे की आवश्‍यकता होगी. बसों के अलावा, हम अन्य आधिकारिक उद्देश्यों के लिए केवल ईवी का इस्‍तेमाल करने की संभावना का पता भी दिल्‍ली सरकार लगा रही है.