आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयर बाजार से डी-लिस्ट यानी हटने वाले हैं. इस खबर से शेयरों में 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. दरअसल राष्ट्रीय कंपनी विधि प्राधिकरण (NCLT) की मुंबई बेंच ने आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयर बाजारों से हटने के आवेदन को बुधवार को मंजूरी दे दी, साथ ही अल्पांश शेयरधारकों की आपत्तियों को भी खारिज कर दिया. एनसीएलटी ने अपने आदेश में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयरों की बाजार से हटाने की व्यवस्था योजना को मंजूरी दे दी. बुधवार सुबह आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयर 846 रुपये के स्तर पर खुले और 6 फीसदी गिरकर 790 रुपये के स्तर पर आ गए.
व्यवस्था के तहत आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के शेयरधारकों को उनके प्रत्येक 100 शेयर के बदले आईसीआईसीआई बैंक के 67 शेयर मिलेंगे. अदालत ने अल्पांश शेयरधारकों क्वांटम म्यूचुअल फंड और मनु ऋषि गुप्ता की आपत्तियों को भी खारिज कर दिया.
क्वांटम म्यूचुअल फंड की कितनी हिस्सेदारी
क्वांटम म्यूचुअल फंड के पास 0.08 प्रतिशत शेयर और मनु ऋषि गुप्ता के पास 0.002 प्रतिशत शेयर हैं. इन्होंने आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की इस योजना का विरोध किया था. इस योजना को आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के 93.8 प्रतिशत शेयरधारकों की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है.
शेयर बाजारों से हटने के बाद आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, बैंक की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडरी कंपनी बन जाएगी. यह आईसीआईसीआई बैंक द्वारा संचालित कंपनी है. इस बीच, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने बुधवार को बताया कि उसने 69.82 लाख रुपये का भुगतान कर नियामक मानदंडों के कथित उल्लंघन से संबंधित मामले को सेबी के साथ सुलझा लिया है.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया, कंपनी की मर्चेंट बैंकिंग गतिविधियों की पुस्तकों तथा रिकॉर्ड के निरीक्षण के संबंध में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) को एक निपटान आवेदन प्रस्तुत किया.