अहमदाबाद रेलवे पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. रेलवे पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसके बाद कई बड़े खुलासे हुए हैं. बताया गया कि आरोपी मोहम्मद शहबाज, हर्षित चौधरी बन कर घूम रहा था. रेलवे पुलिस ने उसे पहले चोरी के एक केस में पकड़ा. बाद में कई पूछताछ में कई नए खुलासे सामने आए. आरोपी मोहम्मद शहबाज खुद हर्षित चौधरी बनकर घूम रहा था और अपने आप को आर्मी में मेजर बताता था. सबसे सनसनीखेज खुलासा करते हुए उसने बताया कि वह अब तक 15 से ज्यादा लड़कियों को फंसा चुका है. उसके द्वारा गुजरात, मुंबई और उत्तर प्रदेश की लड़कियों को फंसाने का मामला सामने आया है. बताया गया है कि अलीगढ़ में आरोपी के मामले में फरियाद भी हुई है.
अहमदाबाद पुलिस ने गुजरात में वंदे भारत ट्रेन में चोरी के एक मामले में मोहम्मद शहबाज नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था. बाद में सामने आया कि उसने हर्षित चौधरी के नाम से 15 लड़कियों को शादी का झांसा देकर उनको अपने जाल में फंसाया है. अलीगढ़ पुलिस ने इस मामले में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया था और अब उसे अहमदाबाद पुलिस को सौंप दिया गया है. मोहम्मद शहबाज के पास गिरफ्तारी के बाद ‘मेजर हर्षित चौधरी’ नाम का फर्जी पहचान पत्र भी मिला था. शहबाज उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला है. पश्चिम रेलवे पुलिस के एसपी बलराम मीणा ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि यह भी पता चला कि मोहम्मद शहबाज खुद शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है. वंदे भारत ट्रेन से चोरी के अपराध में रेलवे पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया था. हालांकि पुलिस ने अभी तक लव जिहाद का मामला दर्ज नहीं किया. आरोपी शादी डॉटकॉम और डेटिंग ऐप्स के जरिए लड़कियों से संपर्क करता था. जांच के दौरान यह भी पता चला है कि आरोपी के खिलाफ पहले से ही पुलिस में 3 मामले दर्ज हैं.
फर्जी आर्मी ऑफिसर का कार्ड भी बना रखा था
मोहम्मद शहबाज ने न सिर्फ हिंदू नाम से फर्जी आधार कार्ड बनवाया, बल्कि सेना में न होने के बावजूद उसने फर्जी आर्मी ऑफिसर का कार्ड भी बना रखा था. पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया और उससे और पूछताछ की, तो पता चला कि उसने हिंदू महिला से शादी करने के लिए अपनी गलत पहचान का इस्तेमाल किया था. माना जा रहा है कि आरोपी ने वंदे भारत ट्रेन से एक यात्री का ट्रॉली बैग चुराया था. ट्रेन के सीसीटीवी फुटेज और यात्री चार्ट की जांच करने के बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी ने ‘हर्षित मनोज सिंह चौधरी’ नाम से सीट आरक्षित कर रखी थी. पुलिस ने उसका पीछा किया और उसे हिरासत में ले लिया.