बाड़मेर. पश्चिमी राजस्थान की बाड़मेर जिला जेल में एक कैदी की अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हो गई. कैदी की मौत उसकी जमानत पर रिहाई के समय हुई. इससे जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया. कैदी के शव को स्थानीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. वहां आज उसका मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मोर्चरी पहुंचकर शव की वीडियोग्राफी करवाई है. वे पूरे मामले की जांच कर रहे हैं.
बाड़मेर डीएसपी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि जेल में अचानक मौत के शिकार हुए विचाराधीन कैदी भोमाराम पर हिरण के शिकार का आरोप था. इस मामले में वह बाड़मेर जिला जेल में बंद था. वह धोरीमन्ना थाना इलाके के खुमे की बेरी गांव का रहने वाला था. शुक्रवार को उसे जमानत मिली थी. शाम को उसका भाई उसे लेने आया था. भोमाराम जेल से बाहर आने से पहले वहां रजिस्टर में साइन कर रहा था. उसी दौरान अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और वह वहीं पर गिर पड़ा.
शव का आज मेडिकल बोर्ड से करवाया जाएगा पोस्टमार्टम
इससे जेल प्रशासन की सांसें फूल गई. कैदी को आनन-फानन में स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. उसके बाद जेल प्रशासन ने कैदी के शव को वहां मोर्चरी में रखवाया. मौत के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है. बाद में जेल प्रशासन ने पुलिस, न्यायिक मजिस्ट्रेट और कैदी के परिजनों को घटनाक्रम की जानकारी दी. इस पर न्यायिक मजिस्ट्रेट अस्पताल पहुंचे और उन्होंने कैदी की वीडियोग्राफी करवाई. कैदी के शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है. आज शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
एक दिन पहले देचू थाने में हुई थी युवक की मौत
उल्लेखनीय है कि इससे एक दिन गुरुवार रात को फलौदी जिले के देचू थाने में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. उस युवक को पुलिस रेप केस में पूछताछ के लिए थाने लाई थी. वहां उसकी मौत हो गई. उसके बाद वहां बवाल मच गया. पुलिस का कहना है कि युवक ने सुसाइड किया है. दूसरी तरफ युवक के परिजनों का आरोप है कि उसके साथ पुलिस ने मारपीट की थी. इससे उसकी मौत हुई है. बाद में युवक के आक्रोशित परिजनों और लोगों ने देचू थाना घेर लिया था. पुलिस ने इस मामले में देचू थाने के 24 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है.