दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश सुनील गौड़ को अपीलीय ट्रिब्यूनल फॉर प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (ATPMLA) का नया अध्यक्ष बनाया गया है. जस्टिस दीपक गौड़ तब चर्चा में आये थे, जब उन्होंने अपने रिटायर से दो दिन पहले INX मीडिया केस में पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की जमानत याचिका ख़ारिज कर दी थी. इस मामले में उन्होंने चिदंबरम को किंगपिन बताया था.
अपने फैसले में उन्होंने कहा था कि प्रभावी जांच के लिए चिदंबरम से हिरासत में पूछताछ जरूरी है. दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश द्वारा चिदंबरम की जमानत अस्वीकृति करने के बाद सीबीआई की विशेष अदालत एवेन्यू कोर्ट कॉम्प्लेक्स में बहस हुई थी. चिदंबरम के कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया था कि न्यायमूर्ति गौड़ ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता द्वारा दिए गए नोट के आधार पर अपना फैसला सुनाया था.
न्यूज़ वेबसाइट दि प्रिंट के अनुसार जस्टिस गौड़ को PMLA ट्रिब्यूनल के अगले अध्यक्ष के रूप में केंद्र द्वारा नियुक्त किया जाएगा. एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान एटीपीएमएलए चेयरपर्सन जस्टिस मनमोहन सिंह के सेवानिवृत्त होने के एक दिन बाद वह 23 सितंबर को पदभार संभालेंगे. कहा गया है कि आधिकारिक नियुक्ति के आदेश को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है.